कांग्रेस प्रमख सोनिया गांधी ने कहा है कि उनकी पार्टी सभी मजदूरों की घर वापसी के लिए रेल के टिकट का खर्च देगी. उन्होंने कहा है हम विदेशों से भारतीयों को मुफ्त में ला सकते हैं तो मजदूरों से ट्रेन का किराया क्यों लिया जा रहा है ?
कांग्रेस प्रमुख सोनिया गांधी ने लॉकडाउन के चलते फंसे प्रवासी मजदूरों को उनके गृह राज्य छोड़ने के लिए रेलवे की ओर से किराया वसूले जाने की कड़ी आलोचना की है. उन्होंने एक बयान जारी कर कहा है कि प्रदेश कांग्रेस समितियों की हर इकाई सभी जरूरतमंद मजदूरों की घर वापसी के लिए रेल के टिकट का खर्च देगी. सोनिया गांधी ने सवाल किया कि जब विदेशों में फंसे भारतीयों को मुफ्त में वापस लाया जा सकता है तो तो फिर इन मजदूरों के मामले में वैसा क्यों नहीं किया जा सकता.
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी ट्वीट किया है. उन्होंने लिखा है, ‘एक तरफ़ रेलवे दूसरे राज्यों में फंसे मज़दूरों से टिकट का भाड़ा वसूल रही है वहीं दूसरी तरफ रेल मंत्रालय पीएम केयर फंड में 151 करोड़ रुपए का चंदा दे रहा है. जरा ये गुत्थी सुलझाइए!’
मजदूरों से टिकट वसूले जाने को लेकर दूसरी विपक्षी पार्टियों ने भी मोदी सरकार पर निशाना साधा है. उनका कहना है कि मजदूरों से किराया नहीं वसूला जाना चाहिए और यह पैसा केंद्र सरकार को ही देना चाहिये.
जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने केंद्र सरकार पर तंज कसते हुए सवाल किया है कि कोरोना महामारी के लिए बनाया गया पीएम केयर्स फंड आखिर कहां है. झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने भी मजदूरों से किराया वसूलने के फैसले को गलत बताया है.