रिपोर्ट: रेहान कादरी
बहराइच में भूख से परेशान परिवार सरकार से मदद की उम्मीद लगाए बैठा है. लॉकडाउन की वजह से देश में लाखों लोग भूख और गुरबत से मरने कि कगार पर पहुंच पहुंच गए हैं.
बहराइच में शिवपुर विकास खण्ड के अन्तर्गत ग्राम पंचायत चन्देला कला में मनोज कुमार नामक एक गरीब ब्राह्मण परिवार रहता है. मनोज कुमार पंजाब में मेहनत मजदूरी कर अपने परिवार का भरण पोषण करते थे. पिता की तबियत खराब होने के कारण गाँव आये थे जिनकी मृत्यु बीस दिन पूर्व हो गयी थी. जो कमाकर लाये थे वो पिता की बीमारी तथा लॉकडॉउन जाने के कारण खर्च हो गया.
इस समय घर में खाने के लिए कुछ नही है. गुरुवार को मुख्यमंत्री हेल्पलाइन डायल 1076 के माध्यम से एक-एक किलो आंटा व चावल दिया गया था, जो कि एक ही समय में खत्म हो गया। अब फिर यह गरीब परिवार भूखा रहने को मजबूर है.
मनोज के पास बहुत कम ज़मीन है जिसको पिता की बीमारी में गिरवीं रख दिया है. मनोज कहते हैं ‘बाहर जाकर जब कमातें हैं तभी हमारे घर में खाना बनता है,लाॅकडाउन की वजह से अब कमानें भी नहीं जा पा रहे हैं, हमारा परिवार भूखा ही रहता है’
इस परिवार के पास गरीबी रेखा का कार्ड भी है, बावजूद शासन प्रशासन की किसी भी राहत पहुंचाने वाली योजना का लाभ नहीं मिल रहा है. मनोज ने बताया कि इसकी शिकायत हमने जिले से लेकर ब्लाक स्तर के अधिकारियों से की है, मनोज को बताया गया कि तुम्हारा राशन कोटेदार के यहाँ पहुंच गया है. लेकिन जब राशन लेने के लिए मनोज वहाँ पहुंचा तो कोटेदार ने बोरी फेंक दी और कहा तुम्हारा राशन यहाँ नहीं आया है. इस बारे में जब प्रधान प्रतिनिधि से बात की गई तो उन्होंने भी कहा कि कोटेदार बहुत ही दबंग है किसी की बात नही मानता है मनमानी करता है.