कोरोना वायरस से बचने के लिए इस वक्त जो एकमात्र तरीका है वो है आपकी रोग प्रतिरोधक यानी इम्यून सिस्टम का मजबूत होना. इस वायरस से निपटने के लिए अभी कोई दवाई या वैक्सीन नहीं नहीं है. इसलिए आप इस वायरस को तभी हरा सकते हैं जब आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत हो. तो ऐसे में आप को अपनी खुराक में क्या शामिल करने की जरूरत है ?
बीते कुछ हफ्तों से आपके पास तमाम ऐसी जानकारियां आईं होंगी जिसमें रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत करने के लिए तरीके सुझाए गए होंगे. हर बार जब कोई रोग या महामारी फैलती है तो ये कहा है कि इसमें वही बचेगा जिसके शरीर की रोगों से से लड़ने की क्षमता ज्यादा होगी. इससे पहले 1918 में जब स्पेनिश फ्लू फैला था तब भी इसी तरह की बातें हुई थीं और आज 2020 में जब कोरोना महामारी फैली है तब भी ऐसी ही बातें हो रही है.
वायरल बातों में कितनी सच्चाई
सोशल मीडिया पर कई अफवाहें फैली हुई हैं. जैसे ज़्यादा से ज़्यादा हस्तमैथुन से ब्लड सेल बढ़ते हैं. विटामिन-सी और एंटीऑक्सीडेंट वाले फलों को खाने से आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत होगी. कुछ लोग प्रो-बायोटिक्स लेने की सलाह दे रहे हैं. और कोई कह रहा है कि ग्रीन-टी और लाल मिर्च खाने की सलाह दे रहा है. लेकिन कौन सा खाना आपके लिए फायदेमंद है और कौन सा खाना कोविड-19 को कमजोर कर सकता है.
प्रतिरोधक क्षमता के तीन हिस्से होते हैं
जानकार कहते हैं कि रोग प्रतिरोधक क्षमता के तीन हिस्से होते हैं. पहला हिस्सा होता है स्किन यानी त्वचा, दूसरा होता है श्वसन मार्ग और तीसरी होती है म्यूकस झिल्ली. ये तीनों हमारे शरीर में किसी भी संक्रमण रोकने में मददगार हैं. अगर कोई वायरस इन तीनों अवरोधकों को तोड़कर शरीर में घुस जाता है, तो फिर अंदर की कोशिकाएं तेज़ी से सतर्कता बढ़ाती हैं और वायरस से लड़ना शुरू कर देती हैं.
अगर इतने से भी काम नहीं चलता तो एडॉप्टिव इम्यून सिस्टम अपना काम शुरू करता है. इसमें कोशिकाएं, प्रोटीन सेल और एंटीबॉडी शामिल हैं. शरीर के अंदर ये रोग प्रतिरोधक क्षमता उभरने में कुछ दिन या हफ़्ता भर लग सकता है. एडॉप्टिव इम्यून सिस्टम कुछ ख़ास तरह के विषाणुओं से ही लड़ सकता है. हल्की खांसी, नज़ला, बुख़ार, सिरदर्द के लक्षण किसी वायरस की वजह से नहीं होते हैं. बल्कि ये हमारे शरीर की उस प्रतिरोधक क्षमता का हिस्सा होते हैं जो हमें जन्म से मिलती है.
बलग़म के ज़रिए बैक्टीरिया को बाहर निकालने में मदद मिलती है. बुखार, शरीर में वायरस के पनपने से रोकने का माहौल बनाता है. ऐसे में अगर किसी के कहने पर प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने वाली चीज़ों का सेवन कर भी लिया जाए, तो उसका असल में कोई फ़ायदा होने नहीं वाला है. एक रिसर्च कहता है कि अगर आपको सर्दी यानी ज़ुकाम होता है तो हर रोज़ 18,000 मिलीग्राम विटामिन सी लेना चाहिए. क्योंकि विटामिन-सी, नज़ला ज़ुकाम से लड़ने में बहुत थोड़ी ही मदद कर पता है.
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लेकिन आपको विटामिन सी लेने से पहले ये भी ध्यान रखना चाहिए कि विटामिन-सी का ज़्यादा सेवन गुर्दे में पथरी की वजह बन सकता है. जानकारों के अनुसार जब तक शरीर में किसी विटामिन की कमी ना हो, तब तक किसी भी तरह का सप्लीमेंट हानिकारक हो सकता है. सिर्फ विटामिन-डी का सप्लीमेंट ही फ़ायदेमंद साबित हो सकता है. वहीं विटामिन-डी की कमी से सांस संबंधी रोग होने की संभावना बढ़ जाती है. इसकी कमी से ऑटो इम्युन वाली बीमारियां भी हो सकती हैं. रिसर्च कहता है कि दुनिया में 2012 तक एक अरब से ज़्यादा लोग ऐसे थे जिनमें विटामिन-डी की कमी थी. विटामिन-डी की कमी उन लोगों में ज़्यादा होती है जो धूप से दूर घरों में अंदर रहते हैं.
हस्तमैथुन को लेकर भी हैं भ्रांतियां
हस्तमैथुन को लेकर सदियों से कई भ्रांतियां समाज में रही हैं. यहां तक कि वर्षों तक इसे कई बीमारियों की जड़ समझा जाता रहा. लेकिन मॉडर्न रिसर्च इसके स्वास्थ्य संबंधी कई फ़ायदे गिनाते हैं. लेकिन ये दावा सरासर ग़लत है कि हस्तमैथुन कोविड-19 से बचाने में सक्षम है. इसलिए आप इस ओर ध्यान न दें. इसी तरह एंटीऑक्सीडेंट भी लेने से कोई खास फायदा नहीं होने वाला है. हालांकि अगर आप फल खाते हैं तो आपको एंटी ऑक्सिडेंट मिल जाते हैं. एंटी ऑक्सिडेंट रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में कितने मददगार हैं.
तो खाना खाने से आप कोविड से बहुत नहीं बच सकते. इससे बचने के लिए जरूरी है सोशल डिस्टेंसिंग और साफ़ सफ़ाई पर ध्यान दें. संतुलित आहार लीजिए. नियम से व्यायाम कीजिए. और डॉक्टर से सलाह लीजिए. और हां ज्यादा अफवाहों पर ध्यान न दीजिए. क्योंकि ये आपके लिए मुसीबत खड़ी कर सकती है.