उद्धव सरकार का पहला मंत्रिमंडल विस्तार, फिर डिप्टी CM बने अजित पवार
इसे राजनीति कहते हैं. महाराष्ट्र में उपमुख्यमंत्री की कुर्सी एक बार फिर अजित पवार के पास आ गई है. महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे सरकार का पहला मंत्रिमंडल विस्तार हुआ जिसमें अजित पवार ने उप-मुख्यमंत्री पद की शपथ ली.
अजित पवार ने पहले देवेंद्र फड़नवीस के साथ बीजेपी सरकार बनाने के लिए उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली. अब उन्होंने उद्धव ठाकरे सरकार में उपरमुख्यमंत्री पद की शपथ ली है. राजनीति इसी का नाम है. उद्धव सरकार के पहले मंत्रिमंडल विस्तार में कांग्रेस के अशोक चव्हाण, पृथ्वीराज चव्हाण और शिवसेना के आदित्य ठाकरे भी बतौर मंत्री शपथ ली.
28 नवंबर को मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के साथ शिवसेना, कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस के दो-दो मंत्रियों ने शपथ ली थी. नियम कहता है कि महाराष्ट्र में सरकार के भीतर मुख्यमंत्री के अलावा 42 मंत्री ही शामिल हो सकते हैं. मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के पास फिलहाल कोई विभाग नहीं है. गृह और उद्योग विभाग शिवसेना के पास हैं.
कौन-कौन हो सकते हैं मंत्री?
एनसीपी के 12 मंत्री: अजित पवार, दिलीप वलसे पाटिल, नवाब मलिक, धनंजय मुंडे, जितेंद्र आव्हाड, हसन मश्रीफ, अनिल देशमुख, राजेंद्र शिंगणे, मकरंद पाटिल, बालासाहेब पाटिल, सरोज अहिरे और डॉ.किरण लहामटे.
शिवसेना के 14 मंत्री: आदित्य ठाकरे, रवींद्र वायकर, उदय सामंत, गुलाबराव पाटिल, तानाजी सावंत, आशीष जैसवाल, संजय राठौड, दादा भुसे, दिवाकर रावते, अनिल परब, डॉ.राहुल पाटिल, संजय शिरसाट, अनिल बाबर, शंभूराज देसाई.
कांग्रेस के 10 मंत्री : पूर्व मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण, केसी पाडवी, विजय वडेट्टीवार, अमित देशमुख, सुनील केदार, यशोमती ठाकुर, वर्षा गायकवाड, असलम शेख, सतेज पाटिल और विश्वजीत कदम.
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महाराष्ट्र में उद्धव को समर्थन देने वाले छोटे दलों को मंत्रिमंडल में जगह नहीं दी गई है. इससे गठबंधन में शामिल छोटे दलों में नाराजगी बढ़ गई है. छोटे दलों की बात करें तो महा विकास अघाड़ी में स्वाभिमानी शेतकरी संगठन, शेकाप, समाजवादी पार्टी, सीपीएम, बहुजन विकास अघाड़ी, प्रहार और जोगेंद्र कवाडे की रिपल्बिकन पार्टी शामिल हैं. आपको बता दें कि उद्धव ठाकरे के नेतृत्व में शिवसेना ने कांग्रेस और राकांपा के साथ मिलकर सरकार बनाई है. उद्धव ने तीनों पार्टियों के दो-दो मंत्रियों के साथ 28 नवंबर को मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी.