9 दिन पहले हैदराबाद में वेटरनरी डॉक्टर के साथ हुई हैवानियत को अंजाम देने वाले चारों आरोपियों का पुलिस ने एनकाउंटर कर दिया है. इन चारों ने 27 नवंबर को हैदराबाद की वेटरनरी डॉक्टर के साथ दुष्कर्म किया गया था, अगले दिन उसका जला हुआ शव मिला था. आरोपियों के एनकाउंटर के बाद लोग हैदराबाद पुलिस की जय जयकार कर रहे हैं.
हैदराबाद में वेटरनरी डॉक्टर के साथ जो कुछ भी हुआ उसके बाद लोग आक्रोशित थे. लोग आरोपियों को फांसी देने की मांग कर रहे थे. पुलिस ने चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया था जिसके बाद अदालत ने सभी को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा था. पुलिस शुक्रवार सुबह घटना को रीक्रिएट करने के लिए आरोपियों को हैदराबाद से 50 किमी. दूर शादनगर ले गई यहां आरोपियों ने पुलिस से हथियार छुड़ा कर फायरिंग कर दी, जवाबी कार्रवाई में चारों आरोपी मारे गए.
शमशाबाद के डीसीपी प्रकाश रेड्डी के मुताबिक, पुलिस आरोपियों को लेकर उस अंडरब्रिज पर पहुंची थी, जहां उन्होंने डॉक्टर को कैरोसिन डालकर जलाया था। पूछताछ और घटना को रीक्रिएट करने के दौरान आरोपी पुलिस के हथियार छुड़ा कर भागने लगे. उन्होंने पुलिसकर्मियों पर फायरिंग की। आत्मरक्षा में पुलिस ने जवाबी फायरिंग की, जिसमें चारों आरोपी मारे गए. साइबराबाद पुलिस कमिश्नर वीसी सज्जनर ने बताया कि चारों आरोपी शुक्रवार तड़के 3 से 6 बजे के बीच शादनगर स्थित चतनपल्ली में एनकाउंटर में मारे गए। एक वरिष्ठ पुलिस अफसर ने कहा कि घटना में दो पुलिसकर्मी भी घायल हुए हैं.
हैदराबाद पुलिस के इस कदम से पीड़िता का परिवार काफी खुश है. उन्होंने एनकाउंटर की खबर मिलने के बाद पीड़ित के पिता ने कहा,
“हमारी बच्ची को मरे हुए 10 दिन हो गए. तेलंगाना सरकार, पुलिस और जो लोग मेरे साथ खड़े थे, उन्हें बधाई. मुझे लगता है कि पुलिस ने काफी अच्छा काम किया. अगर अपराधी भाग जाते, तो सवाल उठता कि पुलिस ने उन्हें कैसे भागने दिया. उन्हें दोबारा पकड़ना भी मुश्किल होता. अगर उन्हें दोबारा पकड़ भी लिया जाता, तो आगे सजा देने की कार्रवाई में काफी समय लग जाता।”
पीड़िता के पिता
हैदराबाद में हुए एनकाउंटर के बाद पुलिस ने जिस जगह चारों आरोपियों का एनकाउंटर किया, वहां भारी भीड़ जुट गई. पुलिसकर्मी और कमिश्नर सज्जनार जब घटनास्थल का मुआयना करने पहुंचे, तो लोगों ने डीसीपी-एसीपी जिंदाबाद के नारे लगाए. साथ ही स्थानीय लोगों ने पुलिसवालों पर फूल भी बरसाए. तेलंगाना के कानून मंत्री ए इंद्राकरण रेड्डी ने एक न्यूज चैनल से कहा- भगवान ने कानून से पहले सजा दे दी आरोपियों को। उनके साथ जो हुआ उससे पूरा हिंदुस्तान खुश है.
27 नवंबर को क्या हुआ था?
हैदराबाद में 27 नवंबर को टू-व्हीलर का टायर पंक्चर होने के बाद एक टोल प्लाजा के पास इंतजार कर रही 26 वर्षीय वेटरनरी डॉक्टर की दुष्कर्म के बाद हत्या कर दी गई थी. डॉक्टर का जला हुआ शव अगले दिन सुबह मिला था. पुलिस ने इस मामले में 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया था. इनके नाम मोहम्मद आरिफ, जोलू शिवा, जोलू नवीन और चिंताकुंटा चेन्नाकेशवुलु थे. आरिफ की उम्र 26 साल थी, जबकि बाकी आरोपियों की उम्र 20 साल बताई गई. ये सभी ट्रक ड्राइवर और क्लीनर थे, जिन्होंने शराब पीने के बाद 7 घंटे तक डॉक्टर के साथ दरिंदगी की थी। इसके बाद पीड़ित को शादनगर के बाहरी इलाके में जला दिया था। चारों आरोपियों को अदालत ने 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा गया था.
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