महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव के बाद अभी तक किसी की भी सरकार नहीं बनी है. बीजेपी और शिवसेना के बीच सीएम पद को लेकर गतिरोध बरकरार है और राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने बड़ी पार्टी होने के नाते बीजेपी को सरकार बनाने के लिए न्योता भेजा है. लेकिन शिवसेना ने कहा है कि बीजेपी जल्द से जल्द बहुमत साबित करें नहीं तो उसके पास प्लान तैयार है.
महाराष्ट्र में सरकार बनाने को लेकर कवायद जोर शोर से चल रही है. मुंबई में भाजपा, शिवसेना और जयपुर में कांग्रेस विधायकों की बैठक हुई. वहीं राज्यपाल ने शनिवार को विधानसभा चुनाव में सबसे बड़े दल भाजपा को सरकार बनाने का न्योता दिया है. राकांपा ने कहा- शिवसेना ने सदन में भाजपा के खिलाफ वोट किया तो हम उसे समर्थन देने पर विचार करेंगे. उधर शिवसेना ने कहा है भाजपा सोमवार तक सरकार बनाने के लिए बहुमत जुटाने में नाकाम रहती हैतो शिवसेना अपने प्लान पर अमल करेगी. शिव सेना के मुख्य प्रवक्ता संजय राउत ने कहा ‘हमारे नेता व्यापारी नहीं हैं. डील शब्द का अर्थ है- व्यापार यानी नफा-नुकसान . हमने किसी से कोई डील नहीं की किसी की हिम्मत नहीं है कि शिवसेना के विधायकों को तोड़ सके.
संजय रावत ने भारतीय जनता पार्टी पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा,”उन्हें यह समझ नहीं आ रहा कि अगर भाजपा के पास बहुमत था तो रिजल्ट आने के 24 घंटे में सरकार बनाने का दावा पेश क्यों नहीं किया। फिलहाल हमने किसी भी तरह के गठबंधन पर विचार नहीं किया है। अभी भाजपा को सरकार बनाने का निमंत्रण दिया गया है तो हम अपने संस्कारों के हिसाब से उन्हें शुभकामनाएं देते हैं। मुझे नहीं लगता कि भाजपा सरकार बनाने के लिए बहुमत जुटा पाएगी।”
रावत ने यह भी कहा है, ”मुझे बताया गया है कि राज्यपाल ने भाजपा को 11 नवंबर को रात 8 बजे तक अपने फैसले के बारे में बताने के लिए कहा है। अगर कोई सरकार बनाने के लिए तैयार नहीं है तो शिवसेना ये जिम्मा ले सकती है। शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे भी रविवार को पार्टी के विधायकों के साथ बैठक करेंगे। कांग्रेस और राकांपा राज्य की दुश्मन नहीं है। कुछ मुद्दों पर पार्टियों में मतभेद तो होता ही है।”
संजय रावत के बयान से यह स्पष्ट हो जाता है कि शिवसेना एनसीपी और कांग्रेस के गठबंधन से भी सरकार बनाने से परहेज नहीं करेगी. उधर सरकार बनाने के लिए सभी पार्टियां अलग-अलग जगहों पर बैठकर कर रही हैं. महाराष्ट्र के ज्यादातर कांग्रेस विधायक जयपुर पहुंच चुके हैं. मल्लिकार्जुन खड़गे ने उनके साथ बैठक की. बीजेपी विधायक दल के नेता देवेंद्र फडणवीस ने भी मुंबई में अपने विधायकों के साथ एक आपात बैठक की. दूसरे बड़े दल शिवसेना ने भी मुंबई के होटल रिट्रीट में उद्धव ठाकरे शिवसेना के 56 विधायकों के साथ बैठक करेंगे. शरद पवार की पार्टी राकांपा ने भी सरकार बनाने के लिए शिवसेना के साथ आने के संकेत दिए हैं. पार्टी ने राजनीतिक स्थिति पर चर्चा के लिए 12 नवंबर कोविधायकों की बैठक बुलाई है.
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कुल मिलाकर महाराष्ट्र की मौजूदा राजनीतिक परिस्थितियों को देखकर लग रहा है कि शिवसेना भारतीय जनता पार्टी को सरकार बनाने से रोकने के लिए हर संभव कदम उठाएगी. ऐसे में कांग्रेस और एनसीपी की भूमिका महत्वपूर्ण हो जाती है यह दोनों पार्टियां अगर अपने विधायकों को टूटने से बचा पाती हैं तो महाराष्ट्र का राजनीतिक परिदृश्य कुछ और होगा.