जियो ने आपके अच्छे दिनों की मियाद खत्म कर दी है. अब आप अगर जियो से किसी दूसरे नेटवर्क पर कॉल करते हैं तो आपको 6 पैसे प्रति मिनट की दर भुगतान करना होगा. रिलायंस जियो ने अपने बयान में कहा है कि इसकी भरपाई के लिए वह उपभोक्ताओं को बराबर मूल्य का अतिरिक्त डाटा मुफ्त देगी.
रिलायंस जियो ने आपको जेब खाली कराने का फैसला किया है. या यूं कहें कि अब आपके अच्छे दिन या फ्री दिन खत्म हो गए हैं. अब अगर आप जियो उपभोक्ता हैं और किसी अन्य कंपनी के नेटवर्क पर कॉल करते हैं तो आपको छह पैसे प्रति मिनट की दर से चुकाने होंगे. हालांकि, कंपनी इसकी भरपाई के लिये उपभोक्ताओं को बराबर मूल्य का मुफ्त डेटा देगी. कंपनी ने पहली बार उपभोक्ताओं से कॉल का शुल्क लेने का फैसला किया है. अभी तक जियो के उपभोक्ताओं को सिर्फ डेटा का शुल्क देना होता था और उनकी फोन कॉल मुफ्त होती थी.
जियो ने अपने बयान में साफ कहा है कि अगर आप जियो के नंबर से किसी दूसरे नेटवर्क पर कॉल करते हैं तो आपको भुगतान करना होगा. कंपनी ने कहा कि जियो के फोन या लैंडलाइन पर कॉल करने पर शुल्क नहीं लिया जाएगा. इसके साथ ही व्हाट्स एप और फेसटाइम समेत इस तरह के अन्य मंचों से किये गये फोन कॉल पर भी शुल्क नहीं लगेगा. सभी नेटवर्क के इनकमिंग फोन नि:शुल्क रहेंगे. जानकारों का कहना है कि जियो को ये फैसला ट्राई के नियमों के चलते करना पड़ रहा है.
क्या हैं ट्राई के नियम?
भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) के इंटरकनेक्ट प्रयोग शुल्क (आईयूसी) के तहत कंपनियां एक दूसरे को नेटवर्क पर कॉल जाने पर एक दूसरे को भुगतान करती हैं. ट्राई ने इंटरकनेक्ट प्रयोग शुल्क (आईयूसी) को 2017 में 14 पैसे से घटाकर छह पैसे प्रति मिनट कर दिया था और कहा था कि जनवरी, 2020 तक इसे समाप्त कर दिया जाएगा. रिलायंस ने इस फैसले का समर्थन किया था. लेकिन अब ट्राई ने इस बारे में फिर परामर्श पत्र जारी किया है और माना जा रहा है कि इंटरकनेक्ट प्रयोग शुल्क अभी जारी रह सकता है. इसी के बाद जियो ने अपने उपभोक्ताओं से कॉल के पैसे वसूलने का फैसला किया है क्योंकि जियो को दूसरे ऑपरेटर्स को इंटरकनेक्ट प्रयोग शुल्क के रूप में 13500 करोड़ रूपये भुगतान करना पड़ रहा है.