गुजरात में पादने की प्रतियोगिता का आयोजन किया गया था. इस प्रतियोगिता में ‘पाद’शाह को चुना जाना था. लेकिन इस दिलचस्प प्रतियोगिता में कोई भी ऐसा शाह नहीं मिला जो जमकर पाद पाता.
गुजरात के सूरत में रविवार यानी 22 सितंबर को एक अनोखी प्रतियोगिता का आयोजन किया गया था. इस प्रतियोगिता में ‘पाद’शाह का चुनाव होना था. प्रतियोगिता में पादने को लेकर मुकाबला होना था, लेकिन प्रतिभागियों पर इतना दवाब बन गया कि वो पाद ही नहीं पाए. प्रतियोगिता को लेकर खास तैयारी की गई. पादने से निकलने वाली बदबू से निपटने के लिए जजों ने खास तरह हरे रंग के मास्क पहने थे. जिनका इस्तेमाल नहीं हो पाया.
‘पाद’शाह को ग्रे कलर के बादलों जैसी ट्रॉफी दी जानी थी लेकिन जब कोई पाद ही नहीं पाया तो ट्राफी किसे दी जाती. इनके अलावा पाद की आवाज को जोर से सुनाने के लिए मौजूद माइक भी बेकार साबित हुए. इस प्रतियोगिता से पहले एक नारा लिखा गया था ‘दिल से पादिए’ 200 लोगों ने यहां पादने के लिए रजिस्ट्रेशन कराया था. कॉम्पिटिशन के लिए मुंबई, जयपुर जैसे शहरों के अलावा दुबई के करीब 200 पादने वाले थे लेकिन प्रतियोगिता में सिर्फ 3 लोग पहुंचे.
3 घंटे कोशिश के बाद भी तीनों में से कोई भी पाद नहीं पाया. इस प्रतियोगिता में ‘पाद’शाह को 2500 रुपए का कैश प्राइज और एक गिफ्ट हैंपर दिया जाना था. लेकिन किसी भी प्रतिभागी ने यहां पादने की कामयाब कोशिश नहीं कर पाई और कार्यक्रम बिना पादशाह के चुनाव के ही खत्म हो गया.