पाकिस्तान और भारत के बीचे बढ़ी तल्खी को लेकर पाकिस्तान में इमराम खान को नसीहत दी जा रही है. पाकिस्तानी अखबारों में लिखा गया है कि इमरान खान भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को हिटलर ना कहें.
पिछले करीब एक महीने से पाकिस्तान के उर्दू अखबारों में भारत प्रशासित कश्मीर की खबर प्रमुखता से छप रही है. जम्म कश्मीर से धारा 370 हटाए जाने के बाद से पाकिस्तान में इस बात की चर्चा ज्यादा है कि इमरान खान ने भारत के इस फैसले के बाद क्या किया. अख़बार एक्सप्रेस के अनुसार पाकिस्तान ने शक्तिशाली देशों और कुछ इस्लामी देशों के कहने के बावजूद भारत के साथ मौजूदा तनाव कम करने के लिए बैक चैनल बातचीत शुरू करने से इनकार कर दिया है.
पाकिस्तान के अखबारों ने इस खबर को प्रमुखता से छापा. पाकिस्तान में इस बात की चर्चा है कि कई शक्तिशाली देशों ने इमरान खान से कहा है कि वो भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बारे में अपने लहज़े में थोड़ी नरमी बरते और अपने भाषणों में उन्हें हिटलर कहने से गुरेज़ करें. अखबार ने ये भी लिखा है कि पाकिस्तान ने कई देशों की अपील को खारिज कर दिया है.
पाकिस्तानी अखबारों के मुताबिक इमरान खान को लगता है कि भारत के साथ गुप्त तरीक़े से या सीधे कूटनीतिक तरीक़े से तभी बातचीत संभव है जब भारत अपने हिस्से के कश्मीर में लगी पाबंदियों को ख़त्म करे और जम्मू-कश्मीर के विशेष दर्जे को दोबारा बहाल करे. इस हफ्ते पाकिस्तान की प्रधानमंत्री इमरान खान और भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अमेरिका में होंगे और दोनों ही ट्रंप से मुलाकात करेंगे.