बीजेपी सांसद ने दावा किया है कि टीम मोदी में अयोग्य और चापलूसों की भरमार है. अपनी किताब में उन्होंने बताया है कि मोदी कैबिनेट में ऐसे लोग शामिल हैं जो वही बात करते हैं जो मोदी जी सुनना चाहते हैं. उन्होंने किताब में लिखा है कि ये देश को अंधेरे में रखने वाली भयावह सिथ्ति जैसी है.
पूर्व केंद्रीय मंत्री और बीजेपी के राज्यसभा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने अपनी किताब से सनसनी फैला दी है. उन्होंने अपनी किताब में दावा किया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की टीम में अयोग्य और चापलूसों की भरमार है. स्वामी का दावा है कि पीएम मोदी के सहयोगी मंत्री और सलाहकार भी उन्हें न तो सही सलाह देते हैं और न ही उन्हें सच्चाई से रू-ब-रू कराते हैं. स्वामी ने अपनी नई किताब में ये सनसनीखेज दावे किए हैं. अपनी नई किताब ‘रिसेट: रिगेनिंग इंडियाज इकॉनोमिक लेगेसी’ में स्वामी ने लिखा है,
“नरेंद्र मोदी अपने पूर्ववर्ती डॉ. मनमोहन सिंह से ठीक विपरीत हैं। माइक्रो इकॉनोमिक्स से तो ये अनौपचारिक रूप से परिचित हैं पर मैक्रो इकॉनोमिक्स के अंतर-क्षेत्रीय गतिशील पेचीदगियों से वो वाकिफ नहीं हैं। बावजूद इसके उन्होंने कठिन परिश्रम और जनमानस के बीच लोकप्रिय छवि के बलबुते बहुत सुधारात्मक कदम उठाए हैं। वो पैसे के मामले में ईमानदार हैं।”
अपनी किताब में स्वामी काफी कुछ ऐसा कहा है जो विवादास्पद है. उन्होंने कहा है कि शैक्षणिक रूप से आंशिक तौर पर पिछड़े होने की वजह से पीएम मोदी अपने दोस्तों और जड़हीन मंत्रियों पर ज्यादा निर्भर हैं, जो कभी उन्हें अर्थव्यवस्था के मसलों पर न तो सच्चाई बताते हैं और न ही उन्हें मैक्रो इकॉनोमिक्स की सही व्याख्या कर उन्हें उचित सलाह दे पाते हैं, जिसकी उन्हें सबसे ज्यादा जरूरत है. स्वामी ने अपनी किताब में लिखा है कि आर्थिक हालात से निपटने के लिए मोदी जी को सही सलाह देने वालों की कमी है.
ये भी पढ़ें:
- सिलिकॉन वैली पहुँचा JOIST, वैश्विक संबंधों को विस्तार देने की कोशिश!
- क्या खत्म हो गई है पीएम मोदी और ट्रम्प की दोस्ती?
- मुश्किल में बीजेपी नेता विकास गर्ग, गाज़ियाबाद कोर्ट ने कहा- “दोबारा जाँच करके रिपोर्ट पेश करे पुलिस” जानिए क्या है पूरा मामला?
- क्या है लॉकबिट जिसने पूरी दुनिया में तबाही मचा रखी है?
- शिवपाल सिंह यादव को अखिलेश ने दी मुश्किल मोर्चे की जिम्मेदारी, जानिए बदायूं से क्यों लाड़वा रहे हैं लोकसभा चुनाव?
स्वामी ने अपनी किताब में ये भी लिखा है कि नोटबंदी और जीएसटी जैसी कई परेशानियों के पीछे भी अयोग्य सलाहाकार ही हैं. उन्होंने किताब में लिखा है कि इनमें से कुछ तो मोटी तनख्वाह और भत्तों पर नियुक्त हुए हैं लेकिन असलियत में वो डरपोक अर्थशास्त्री हैं जो प्रधानमंत्री को वही चीजें बताते हैं जो वो सुनना चाहते हैं. यह देश को अंधेरे में रखने वाली भयावह स्थिति जैसी है. स्वामी की ये किताब रूपा पब्लिकेशन से प्रकाशित होगी जिसका लोकार्पण 30 सितंबर को मुंबई में किया जाएगा.