मोदी ने फ्रांस में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान को एक बार फिर झटका दिया है. फ्रांस में पीएम ने फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों से मुलाकात की जिसके बाद मैक्रों ने कहा कि कश्मीर का मामला भारत और पाकिस्तान के बीच एक द्विपक्षीय मामला है.
फ्रांस में अपने दो दिन की यात्रा पर गए पीएम मोदी ने पाकिस्तान को भी जोर का झटका दिया और कूटनीतिक तौर पर जीत हासिल की. जम्मू कश्मीर से धारा 370 को हटाने के बाद मोदी एक एक करके कई देशों को अपने फैसले के पक्ष में कर चुके हैं जिसमें फ्रांस भी शामिल हैं. फ्रांस के राष्ट्रपति मैक्रों का कहना है कि कश्मीर का मामला भारत और पाकिस्तान के बीच का मामला है. इसमें किसी तीसरे देश को बोलने की जरूरत नहीं है. मैक्रों ने ये बयान भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ उनकी मुलाकात के बाद दिया. मोदी जी-7 समिट में हिस्सा लेने के लिए फ्रांस गए हैं.
मोदी-मैक्रों ने की लंबी बातचीत
दोनों नेताओं के बीच करीब डेढ़ घंटे तक बातचीत की. इस मुलाकात के बाद दोनों देशों के बीच चार समझौतों पर सहमति भी बनी है. बातचीत के दौरान दोनों नेताओं ने क्षेत्रीय मुद्दों, भारत से जुड़े मुद्दों और वैश्विक मुद्दों के साथ कश्मीर के मसले पर भी ध्यान दिया. कश्मीर के मसले पर मैक्रों का क्या नजरिया है ये आप इससे समझ सकते हैं कि फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने अपने संबोधन के दौरान करीब तीन-चार बार कश्मीर की नाम लिया. उन्होंने जोर देते हुए कहा कि फ्रांस पहले से ही मानता आया है कि यह एक द्विपक्षीय मुद्दा है.
मैक्रों ने अपने संबोधन पर ये साफ कर दिया है कि धारा 370 पर वो सरकार के फैसले के पक्ष में हैं. उन्होंने कहा कि भारत के प्रधानमंत्री मोदी जिस तरह कश्मीर मुद्दे को संभाल रहे हैं उससे राज्य में स्थायित्व मज़बूत होगा, संबंधित राज्य में आतंकवाद का दबाव कम होगा और इसके अलावा इस क़दम को उठाकर भारत अपने एक अंदरुनी मामले को ठीक कर रहा है. हालांकि मैक्रों ने ये भी कहा कि आने वाले दिनों में वो पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान से बातचीत करेंगे.
कश्मीर के मुद्दे के अलावा मोदी और मैक्रों के बीच रक्षा लेन-देन पर भी बात हुई. अपने भाषण के दौरान राष्ट्रपति मैक्रों ने कहा कि रफ़ाल का पहला विमान बिल्कुल वक़्त पर सौंप दिया जाएगा. दोनों देशों के राष्ट्राध्यक्षों ने कहा कि आगे भी दोनों देशों के बीच रक्षा क्षेत्रों में लेन-देन हो सकता है. रफाल के अलावा हेलीकॉप्टर को लेकर भी एक बड़ी डील होने वाली है. भारतीय नेवी अपने लिए 200 विमान खरीदने की योजना बना रही है. इसके अलावा जैतापुर में न्यूक्लियर पावर प्लांट को लेकर भी दोनों देशों के बीच बात हुई. यह फ्रांस की एक बेहद महत्वाकांक्षी योजना है.
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मैक्रों ने बताया कि इस साल के अंत इस पर कुछ अहम फ़ैसला लिया जा सकता है ताकि अगले साल इसे शुरू भी किया जा सके. ये भारत में फ्रांस का एक बड़ा प्रोजेक्ट है. जिसमें करीब बीस बिलियन यूरो की डील होगी. आपको बता दें कि भारत और फ्रांस के बीच ये परियोजना करीब 6 साल से लंबित है.