डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि भारत और चीन को डब्लयूटीओ का लाभ नहीं लेने देंगे. ट्रंप ने कहा है कि भारत और चीन विकासशील देश नहीं है. आपको बता दें कि ये दोनों देश विश्व व्यापार संगठन से मिले रहे इस दर्जे से फायदा उठा रहे हैं.
पीटीआई की खबर के मुताबिक भारत और चीन विश्व व्यापार संगठन से मिल रहे दर्जे का लाभ उठा रहे हैं. ट्रंप ने कहा है वो इन दोनों देशों को ये फायदा नहीं लेने देंगे. ट्रंप ने कहा है कि एशिया की इन दो बड़ी अर्थव्यवस्थाओं को मिला यह दर्जा अमेरिका का नुकसान कर रहा है. और आने वाले समय में इस दर्जे का फायदा नहीं उठाने देंगे.
क्या चाहते हैं डोनाल्ड ट्रंप?
‘अमेरिका फर्स्ट’ नीति के पैरोकार डोनाल्ड ट्रंप अमेरिकी उत्पादों पर अधिक दर से शुल्क लगाने को लेकर भारत की आलोचना करते रहे हैं. उधर, चीन के साथ उनके देश का व्यापार युद्ध चल रहा है. डोनाल्ड ट्रंप द्वारा चीनी वस्तुओं पर दंडात्मक शुल्क लगाए जाने के बाद चीन ने भी ऐसा ही जवाबी कदम उठाया है. ऐसा पहली बार नहीं हुआ है. इससे पहले ट्रंप ने कहा था कि डब्ल्यूटीओ बताए कि किसी देश को विकासशील का दर्जा कैसे दिया जाता है.
ये पूछने से पहले ट्रंप का मकसद चीन, तुर्की ओर भारत जैसे देशों को इस व्यवस्था से अलग करना था. अब ट्रंप भारत-चीन के पीछे पड़े हैं कि वैश्विक व्यापार नियमों के तहत रियायतें अब इन एशियाई देशों को नहीं लेने देंगे. अमेरिका के राष्ट्रपति ने ये तक कहा है कि अगर स्थितियां नहीं सुधरीं तो अमेरिका डब्ल्यूटीओ से हट जाएगा. डोनाल्ड ट्रंप का रुख भारत के लिए मुसीबत खड़ी कर सकता है.