भारतीय क्रिकेट टीम के लिए मिडिल ऑर्डर में बल्लेबाजी करने वाले बल्लेबाजा अंबाती रायडू ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कह दिया है. वो विश्वकप से बार-बार नज़रअंदाज़ किए जाने से नाखुश चल रहे थे. बुधवार को अंबाती रायडू ने अपने संन्यास की घोषणा कर दी है.
Ambatirayudu :अंबाती रायडू को आईपीएल के बाद चुनी गई वर्ल्ड कप टीम में सलेक्टर्स ने नहीं चुना था. रायडू की जगह पर वर्ल्ड कप में आलराउंडर विजय शंकर को मौका दिया गया था और उन्हें रिज़र्व में डाल दिया गया था. इसके बाद विजय शंकर चोटिल होकर वर्ल्ड कप से बाहर हो गए तो भी उन्हें मौका नहीं दिया है. और उनसे काफी जूनियर मयंक अग्रवाल को टीम में जगह दे दी गई. इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक रायडू ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास की घोषणा कर दी है.
अंबाती रायडू ने अभी तक संन्यास लेने का कारण नहीं बताया है. उन्होंने कहा है कि वह इंडियन प्रीमियर लीग में खेलना जारी रखेंगे. अंबाती रायडू की बात करें तो उन्होंने भारत के लिए 50 एकदिवसीय पारियां खेली हैं, उनमें उन्होने 47.05 की औसत से 1694 रन बनाए हैं. जिसमें तीन शतक और 10 अर्द्धशतक शामिल हैं और इस दौरान उनका स्ट्राइक रेट 79.04 का रहा. रायडू को उम्मीद थी कि शिखर धवन के आउट होने के बाद उन्हें मौका दिया जाएगा लेकिन ऐसा नहीं हुआ. उनकी जगह पर ऋषभ पंत को टीम में चुन लिया गया. उसके बाद विजय शंकर जब टीम से बाहर हुए तो भी उन्हें टीम में जगह नहीं दी गई.
क्रिकेट वर्ल्ड कप टीम ने बार-बार नजरअंदाज किए जाने को कर उनकी फिरकी लेते हुए सोमवार को आइसलैंड क्रिकेट ने ट्वीट करते हुए लिखा “अग्रवाल के पेशेवर क्रिकेट में 72.33 की औसत से 3 ही विकेट हैं इसलिए अंबाती रायुडू अपने 3D ग्लास उतार सकते हैं. हमने उनके लिए जो दस्तावेज तैयार किए हैं उन्हें पढ़ने के लिए केवल सादा चश्मा ही चाहिए होगा. हमारे साथ जुड़ जाओ अंबाती. दे लव द रायुडू थिंग।” उन्होंने इस ट्वीट के साथ एक डॉक्यूमेंट भी अटैच किया था जो डायरेक्ट इमीग्रेशन कैसे कर सकते हैं इसके बारे में जानकारी दे रहा था. रायडू के संन्यास के बाद उनकी चर्चा काफी हो रही है.