लोकसभा में कांग्रेस के संसदीय दल के नेता अधीर रंजन चौधरी ने विवादित बयान दिया है. सदन में जब मोदी की तारीफ के बाद बीजेपी सासंद तंज कसने लगे और कहने लगे कि “इंदिरा इज इंडिया, इंडिया इज इंदिरा” कहते थे तभी अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि कहां ‘मां गंगा और कहां गंदी नाली’
अधीर रंजन चौधरी ने लोकसभा में विवादास्पद टिप्पणी करते हुए कहा कि ये लोग प्रधानमंत्री की पूजा करने लग गए हैं. उन्होंने लोकसभा के बाहर निकलकर इसपर माफी भी मांगी और कहा कि ‘मेरी हिंदी अच्छी नहीं है, नाली का मतलब नहर से था’ दरअसल लोकसभा में सोमवार को राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव के दौरान कांग्रेस दल के नेता अधीर रंजन चौधरी बोल रहे थे तभी बीजेपी सांसद तंज कसने लगे और उसके बाद उन्होंने ये विवादित टिप्पणी कर दी.
‘अधीर’ हो गई कांग्रेस!
जब अधीर रंजन चौधरी बोल रहे थे तब बीजेपी सांसद प्रताप सिंह सारंगी ने मोदी की तारीफ की थी. और इस तारीफ पर ही चौधरी नाराज हो गए थे. चौधरी ने स्वामी विवेकानंद और नरेंद्र मोदी के नामों की तुलना करने पर ये प्रतिक्रिया दी. कांग्रेस नेता के इस बयान के बाद बीजेपी सांसदों ने इसका विरोध किया. लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला ने कहा कि बयान का विवादित हिस्सा सदन की कार्यवाही से बाहर कर दिया जाएगा.
हालांकि अधीर रंजन चौधरी ने कहा है कि मेरे बयान का गलत मतलब निकाला गया है. अगर किसी की भावना को चोट पहुंची है तो मैं माफी मांगता हूं. आपको बता दें कि लोकसभा में धन्यवाद भाषण के दौरान विवाद बीजेपी सांसदों के इंदिरा पर तंज से शुरु हुआ था. जब कुछ बीजेपी सांसदों ने 1970 में कांग्रेस के शासन में “इंदिरा इज इंडिया’ जैसे नारों करा जिक्र किया तो चौधरी ने कहा- तब ऐसा कुछ नहीं होता था. लेकिन, केवल इसलिए प्रधानमंत्री की तुलना विवेकानंद से की जाए, क्योंकि उनका नाम नरेंद्र दामोदर दास मोदी है. तो यह ठीक नहीं.
नरेंद्र दत्त की नरेंद्र दामोदर दास मोदी से मिलावट ठीक नहीं. कहां मां गंगा और कहां गंदी नाली. बाद में उन्होंने कहा कि वो अपने इस बयान के लिए माफी मंगते हैं. ‘मेरा इरादा किसी की भावना को ठेस पहुंचाने का नहीं था.