गुजरात पर आने वाले ‘वायु’ टल गया है. अब चक्रवाती तूफान वायु गुजरात से नहीं टकराएगा. वायु तूफान को देखते हुए पोरबंदर और जामनगर जैसे शहरों समेत कई अन्य इलाकों में अभी से ही भारी बारिश और तेज़ हवाओं का असर है. और पोरबंदर के तटीय इलाकों में तो लागातार तेज हवाएं चल रही हैं.
मौसम विभाग ने माना है कि ‘वायु’ एक शक्तिशाली तूफान है और इसमें लैंडफॉल के वक़्त हवा की रफ़्तार 160 किलोमीटर प्रति घंटा तक हो सकती है. तूफान को देखते हुए तटीय इलाकों से 3 लाख लोगों को सुरक्षित जगह भेजा गया है. इससे निपटने के लिए थल सेना, वायु सेना और तटरक्षक दल को तैयार रखा गया है वहीं दूसरी तरफ संभावित नुकसान रोकने की तैयारी में जुटीं एनडीआरएफ़ की टीमें भी मुस्तैद हैं. यहां पहुंचने वाले पर्यटकों से भी कहा गया है कि वो सुरक्षित जगहों पर रहें. इस इलाके से गुजरने वाली करीब 50 ट्रेंने रद्द कर दी गई हैं और पांच हवाई अड्डों पर 24 घंटों के लिए विमान सेवा भी बंद कर दी गई है. वायु तूफान को देखते हुए गुजरात के 10 जिलों में दो दिनों के लिए स्कूल बंद कर दिए गए हैं.
‘वायु’ तूफान को देखते हुए भारतीय गृहमंत्री अमित शाह ने ट्वीट करके बताया है कि तूफ़ान के मद्देनज़र गुजरात से तीन लाख और दीव से 10 हज़ार से ज़्यादा लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला जा चुका है.
ये है ‘गंभीर‘ श्रेणी का तूफ़ान
यहां आपको ये भी जान लेना चाहिए कि ये गंभीर श्रेणी का तूफान है. यह चक्रवाती तूफ़ान अरब सागर से उठकर उत्तर की ओर बढ़ रहा है. तट पर टकराते समय हवा की रफ़्तार 160 किलोमीटर प्रति घंटा होने का अनुमान है. पिछले महीने ओडिशा के तट से टकराए फणी तूफ़ान की रफ़्तार 220 किमी प्रति घंटा थी, जिससे हुए नुक़सान को ठीक करने में हफ़्तों जूझना पड़ा था. इस तूफान का असर द्वारका, सोमनाथ, सासन जैसे इलाकों में भी देखा गया है.
तूफान की तीव्रता को देखते हुए पश्चिमी रेलवे ने गुजरात के ‘वायु’ प्रभावित इलाकों से होकर जाने वाली कई ट्रेनें रद्द कर दी हैं. पोरबंदर, भावनगर, भुज, गांधीधाम, वेरावल और ओखा जाने वाली सभी यात्री और मालवाहक ट्रेनों को बुधवार शाम 6 बजे से लेकर शुक्रवार सुबह तक बंद तक हैं. ‘वायु’ तूफान से प्रमुख 40 और 28 ट्रेनें रद्द कर दी गई हैं. ‘वायु’ तूफान का असर गुजरात के साथ मुंबई में भी देखा जा सकता है.