एक साल पहले नेहा यादव उस वक्त सुर्खियों में आईं थी जब उन्होंने बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह को काले झंडे दिखाए थे. अब इलाहाबाद विश्वविद्यालय की शोध छात्रा नेहा यादव को विश्वविद्यालय प्रशासन ने निलंबित कर दिया है.
नेहा यादव को इलाहाबाद यूनिवर्सिटी ने ये कहकर निलंबित किया है कि उन्होंने अनुशासनहीनता की है. यूनिवर्सिटी प्रशासन का कहना है कि नेहा यादव ने दो साल की पढ़ाई में कई बार नियमो का उल्लंघन किया है और उनके खिलाफ़ अनुशासनहीनता की कई शिकायतें मिली हैं. यूनिवर्सिटी का कहना है कि
“छात्रावास में अनुशासनहीनता करना और कराना इनका काम है. देर रात छात्रावास में जाना, गार्ड्स से दुर्व्यवहार करना जैसे तमाम आरोप हैं. ये पहला मामला है जबकि 70-80 छात्राओं ने किसी के ख़िलाफ़ लिखित शिकायत दी है.”
लेकिन यूनिवर्सिटी के इन आरोपा को नेहा खारिज करती हैं. उनका कहना है कि उनके खिलाफ गलत तरीके से कार्रवाई की गई है. उनका है कि इलाहाबाद विश्वविद्यालय में छात्रावासों में से वॉशआउट की कार्रवाई का कुछ छात्र ये कहकर विरोध कर रहे थे कि उन्हें कुछ दिन और रहने की छूट दे दी जाए क्योंकि आने वाले दिनों में यूजीसी की परीक्षा है.
नेहा यादव क्योंकि उन विरोध प्रदर्शनों को हिस्सा रही हैं लिहाजा उनके खिलाफ कार्रवाई की गई. वहीं यूनिवर्सिटी का कहना है कि इस आंदोलन की वजह से सड़क पर जाम लग गया और प्रशासन को जाम हटाना पड़ा. वहीं नेहा यादव का ये भी कहना है कि उन्होंने माफी माफी है लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई.
नेहा यादव 2016 से पढ़ाई कर रही हैं और वो विश्वविद्यालय में संयुक्त प्रवेश परीक्षा की टॉपर रही हैं और उनका अच्छा अकादमिक रिकॉर्ड रहा है. लेकिन यूनिवर्सिटी ने अनुशानहीनता करने के लिए उन्हें जिम्मेदार ठहराया है.