टीम मोदी में कुल मिलाकर 57 चेहरे हैं लेकिन कुछ नाम ऐसे हैं जिनका टीम में नाम होना चौंकाता है. उन नामों में विदेश मंत्री रहीं सुषमा स्वराज भी हैं. इस बार कई दिग्गज नाम ऐसे भी हैं जिन्हें मंत्रिमंडल में जगह नहीं मिली है. बताया जा रहा है कि सुषमा स्वराज और अरुण जेटली स्वास्थ्य कारणों की वजह से टीम मोदी में शामिल नहीं हुए हैं. आइए जानते हैं कि वो चेहरे कौन से हैं जिन्हें मोदी कैबिनेट में जगह नहीं मिली है.
सुषमा स्वराज
जिनको जगह नहीं मिली उनमें सबसे बड़ा नाम पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज का है. बताया जा रहा है कि कई महीनों से वो स्वास्थ्य कारणों की वजह से परेशान थीं. ये भी बताया जा रहा है कि स्वास्थ्य कारणों की वजह से ही उन्होंने चुनाव नहीं लड़ा. सुषमा स्वराज ने जब गुरुवार को शपथ नहीं लीं तो लोग चौंक गए. 67 साल की सुषमा स्वराज अटल सरकार और मोदी सरकार पार्ट-1 में प्रमुख चेहरा रहीं हैं.
अरुण जेटली
इस फेहरिस्त में दूसरा नाम है अरुण जेटली का. अरुण जेटली भी स्वास्थ्य ख़राब होने के चलते कैबिनेट का हिस्सा नहीं हैं. बताया जा रहा है कि अरुण जेटली ने प्रधानमंत्री मोदी से आग्रह किया था कि उन्हें मंत्रिमंडल में शामिल नहीं किया जाए. उन्होंने इस बारे में प्रधानमंत्री को चिट्ठी भी लिखी थी और आग्रह किया था कि वो सरकार में शामिल होना नहीं चाहते.
उमा भारती
एक और नाम टीम मोदी में नहीं है और वो नाम है उमा भारती का. उमा भारतीय टीम मोदी में नहीं हैं. आपको बता दें कि चुनाव से पहले ही उन्होंने एलान किया था कि वो मैदान में नहीं उतरेंगी. हालांकि शुरु में उनकी नाराजगी की खबरें भी आई थीं और कहा गया था कि उन्हें झांसी से टिकट नहीं दिया गया इसलिए वो नाखुश थीं. मोदी की पहली सरकार में उमा भारत को गंगा सफाई को काम दिया गया था.
सुरेश प्रभु और महेश शर्मा
दो और नाम हैं जो मोदी कैबिनेट में जगह नहीं पा सके. वो हैं पूर्व रेलमंत्री सुरेश प्रभु और पूर्व संस्कृति मंत्री महेश शर्मा. दोनों को ही इस बार कैबिनेट में जगह नहीं मिल पाई. शर्मा पूर्व सरकार में पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मामलों के राज्यमंत्री भी थे. इन दोनों को भी मोदी की नई टीम में जगह नहीं दी गई है.
राधामोहन सिंह और जयंत सिन्हा
एक और नाम जो मोदी की नई टीम में नहीं है वो है राधामोहन सिंह का. कृषि मंत्रालय की जिम्मेदारी संभालने वाले राधामोहन सिंह को टीम मोदी में जगह नहीं मिल पाई. इसी तरह मोदी की नई टीम में बीजेपी के बाग़ी नेता यशवंत सिन्हा के बेटे और पिछली सरकार में राज्यमंत्री रहे जयंत सिन्हा को भी जगह नहीं मिल पाई है.
मेनका गांधी
इस फेहरिस्त में मेनका गांधी का भी नाम शामिल है. मेनका गांधी से महिला एवं बाल विकास मंत्रालय ले लिया गया है और अब ये जिम्मेदारी स्मृति ईरानी संभालेंगी. खबर ये आ रही है कि मेनका गांधी को प्रोटेम स्पीकर की जिम्मेदारी दी जा सकती है.
राज्यवर्धन सिंह राठौर
इस फेहरिस्त में युवा एवं खेल मामलों के राज्यमंत्री और निशानेबाज़ राज्यवर्धन सिंह राठौर का नाम भी है. राज्यवर्धन सिंह राठौर को भी मोदी की नई टीम में जगह नहीं मिली है. राठौर ने जयपुर ग्रामीण लोकसभा सीट से बड़े अंतर से जीत हासिल की है. और वो काफी तेजतर्रार नेता माने जाते हैं लेकिन उनका मोदी की नई टीम में ना होना चौंकाता है.
जेपी नड्डा और अनुप्रिया पटेल
जेपी नड्डा और अपना दल की मुखिया अनुप्रिया पटेल को भी इस बार कैबिनेट में जगह नहीं मिल पाई. खबर ये है कि जेपी नड्डा को बीजेपी के कार्यकारी अध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपी जा सकती है. इसी तरह कर्नाटक से सांसद अनंतकुमार हेगड़े, एसएस अहलूवालिया, सत्यपाल सिंह, रामकृपाल यादव विजय गोयल और केजे अल्फोंस को मोदी की नई टीम में जगह नहीं दी गई है. ये फेहरिस्त थोड़ी लंबी तब तो जाती है जब इसमें मनोज सिन्हा, अनंत गीते, हंसराज अहीर और पी राधाकृष्णन का नाम जोड़ा जाता है क्योंकि इनको भी टीम मोदी में जगह नहीं दी जा सकी है.