समाजवादी पार्टी की सरकार के वक्त मायावती के घर के सामने ओवर ब्रिज बनाया गया था. उस समय नाराज मायावती ने कहा था कि जब उनकी सरकार आयोगी तो मुलायम सिंह के घर के सामने फ्लाईओवर बनवाएंगी. बसपा की सरकार तो नहीं आयी लेकिन योगी आदित्यनाथ की सरकार बहन जी की उस इच्छा को पूरी कर सकती है.
मायावती के घर के सामने बनाया था ब्रिज
लखनऊ के माल एवेन्यू मार्ग पर पूर्व सीएम मायावती के घर के सामने ओवर ब्रिज बनवाने से नाराज हो गयी थीं. तब मायावती ने कहा था कि सीएम बनने पर विक्रमादित्य मार्ग पर ओवर ब्रिज बनवाएंगी. मायावती की यह ख्वाहिश अब सीएम योगी आदित्यनाथ पूरी करनेवाले हैं. विक्रमादित्य मार्ग को पिपराघाट और सुलतानपुर रोड से जोड़ने वाली दिलकुशा रेलवे क्रॉसिंग पर रेलवे ओवर ब्रिज बनाने की कवायद तेज हो गई है. रेलवे की पिंक बुक में शामिल यह आरओबी कई सालों से कागजों तक ही सीमित है.
समाजवादी पार्टी कार्यालय होगा प्रभावित
इस पुल के विक्रमादित्य मार्ग पर बनने से कई वीवीआईपी के आवास और समाजवादी पार्टी का कार्यालय प्रभावित होगा. विक्रमादित्य मार्ग पर एसपी सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव, शिवपाल सिंह यादव, अखिलेश यादव समेत कई वीवीआईपी के निजी आवास हैं. एसपी का पार्टी दफ्तर और लोहिया ट्रस्ट भी यहीं है. इसके अलावा मुख्य सचिव का आवास, एडीजी जोन का दफ्तर और आवास भी हैं.
जानकारी के मुताबिक विक्रमादित्य मार्ग पर आरओबी बनने का प्रस्ताव एसपी कार्यकाल से लंबित है. एसपी सरकार के दौरान विक्रमादित्य और माल एवेन्यू मार्ग पर आरओबी बनने का प्रस्ताव आया था. सरकार ने माल एवेन्यू आरओबी को मंजूरी दे दी लेकिन विक्रमादित्य मार्ग का मामला रुक गया. इस पर मायावती ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर नाराजगी जताते हुए कहा था कि सीएम बनने पर विक्रमादित्य मार्ग पर आरओबी बनवाएंगी.
ट्रैफिक सुचारु होगा
विक्रमादित्य मार्ग पर आरओबी बनने से लॉरेटो चौराहा, कालिदास मार्ग चौराहा पर वीवीआईपी मूवमेंट के दौरान ट्रैफिक रोकने के लिए जरूरत नहीं पड़ेगी. माल एवेन्यू मार्ग पर ट्रैफिक का लोड घट जाएगा. विक्रमादित्य मार्ग को पिपराघाट पुल और सुल्तानपुर रोड से जोड़ने वाले आरोबी से ही सीएम समेत अन्य वीवीआईपी की फ्लीट सीधे एयरपोर्ट जा सकेगी. इसके साथ ही सुलतानपुर रोड व पिपराघाट जाने के लिए सोमनाथ द्वार का चक्कर नहीं लगाना पड़ेगा.