23 मई को लोकसभा चुनाव के नतीजे आएंगे. देश में किसकी सरकार बनेगी ये 23 मई को पता चलेगा लेकिन आज हम आपको एक ऐसी लोकसभा सीट के बारे में बताने जा रहे हैं जहां पर देश की सबसे पुरानी राजनीतिक पार्टी कांग्रेस कभी नहीं जीती. जीहां कांग्रेस 1951 के पहले आम चुनाव से लेकर 2014 के 16 वें आम चुनाव तक एक बार भी दक्षिण भारत के केरल की एक लोकसभा सीट पर कभी नहीं जीती.
1951 से लेकर 2014 तक यहां कांग्रेस नहीं जीती
पोन्नानी लोकसभा सीट पर 1951 में पहली बार चुनाव हुए थे. उस चुनाव में यहां से किसान मजदूर पार्टी जीती थी. इसके बाद यहां लगातार तीन बार लेफ्ट की पार्टी जीती. इसके बाद 11 बार लगातार इस सीट से इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग चुनाव जीतती आ ही है. 1977 के आम चुनाव से लेकर 2014 के आम चुनाव तक पोन्नानी सीट पर इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग का कब्जा रहा है. क्या 2019 के लोकसभा चुनाव में पोन्नानी सीट पर कांग्रेस का सूखा खत्म होगा.
मसालों के लिए मशहूर था पोन्नानी का इलाका
केरल की पोन्नानी लोकसभा सीट पर कांग्रेस ने कभी जीत हासिल नहीं की. पोन्नानी लोकसभा सीट मध्य-युग में मसालों के व्यापार के लिए मशहूर था. ये वो इलाका था जहां से पूरी दुनिया में मसालों का निर्यात किया जाता था. पोन्नानी, अरब व्यापारियों के लिए व्यापार का प्रमुख केंद्र हुआ करता था. बाद में पुर्तगालियों ने पोन्नानी पर कब्जा करने के लिए कई बार हमला किया. पोन्नानी मछली पकड़ने के लिए भी मशहूर है और इसे पोन्नानी नहर दो हिस्सों में बांटती है.
पोन्नानी में दूसरे लोकसभा चुनाव के आंकड़े नहीं
पोन्नानी लोकसभा सीट में हुए दूसरे लोकसभा चुनाव के नतीजों की जानकारी चुनाव आयोग के पास नहीं है. इसके आधार पर ये भी कहा जाता है कि यहां शायद दूसरा चुनाव न हुआ हो. लोकसभा की वेबसाइट पर भी दूसरे आम चुनाव के तौर पर इस सीट का नाम दर्ज नहीं है. इस लोकसभा सीट पर कांग्रेस का वोट शेयर भी काफी कम रहा है. अब इस बार राहुल गांधी केरल के वायनाड से चुनाव लड़ रहे हैं तो क्या यहां से कांग्रेस जीत दर्ज कर पाएगी. ये महत्वपूर्ण सवाल है.