बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने आखिरी दो चरणों के लिए चुनाव प्रचार में पूरा दम लगा रहे हैं. लेकिन उनकी रैलियों में खाली कुर्सियां बीजेपी के लिए परेशानी खड़ी कर रहीं हैं. खबर झारखंड से है जहां पर जमशेदपुर और धनबाद की रैली में उन्हें सुनने कोई नहीं आया और कुर्सियां खाली पड़ी रहीं
अमित शाह ने 8 मई को झारखंड के जमशेदपुर और धनबाद में चुनावी रैली करने पहुंच थे. जमशेदपुर (टाटा) के एग्रीको मैदान में आयोजित उनकी जनसभा में कुर्सियां खाली पड़ी रहीं. शाहर की इस रैली को वीडिया वायरल हो रहा है. जिस वक्त अमित शाह भाषण दे रहे थे उस रैली स्थल का एक कोना खाली पड़ा था. जो वीडिया सोशल मीडिया पर शेयर किया जा रहा है उसमें साफ दिखाई दे रहा है कि लाल रंग की कुर्सियां खाली पड़ी हैं और आगे बैठे पार्टी कार्यकर्ता अपने सिर पर भगवा टोपी पहने हुए हैं.
भाषा की खबर के माने तो अमित शाह ने रैली में आम चुनाव जीतने का दावा किया था.
‘‘कांग्रेस के थ्री जी और भाजपा के थ्री जी’’ के बीच में है। एक तरफ कांग्रेस का थ्री जी गांधी परिवार है, जबकि दूसरी ओर भाजपा का थ्री जी गांव, गौमाता और गंगा है।
ये खाली कुर्सिया बीजेपी और अमित शाह के लिए इसलिए सिरदर्द दे रही है क्योंकि झारखंड में बीजेपी की सरकार है और अगर यहां भी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष की रैली सूनी रहती है तो लोगों की नाराजगी से इंकार नहीं किया जा सकता. लोकसभा चुनाव से पहले भी खबरें आईं थी की झारखंड के सीएम रघुवर दास के खिलाफ एंटी इनकमवेंसी है और पार्टी सीएम बदल सकती है. लेकिन ऐसा हुआ नहीं. अब जब लोकसभा चुनाव के लिए विपक्ष ने गठबंधन कर लिया और बीजेपी को चुनौती दे रहा है. तब ये खाली कुर्सियां बीजेपी के लिए चिंता का सबब बन गईं हैं.