नरेंद्र मोदी अपनी रैलियों में मजबूर और मजबूत सरकार की बात रहे हैं. लेकिन आंकड़े बता रहे हैं कि बीजेपी पूर्ण बहुमत की सरकार नहीं बना पा रही है. वोटिंग ट्रेंड से ये भी स्पष्ट है किसी को पूर्ण बहुमत नहीं मिल रहा है. ऐसे में मोदी मजबूत सरकार बनाएंगे ये बात झूठ है और बीजेपी नेता राममाधव ने इस सच्चाई से पर्दा उठा दिया है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सत्तारूढ़ पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने आशंका व्यक्त की है कि शायद पार्टी को स्पष्ट बहुमत न मिल पाए. भारत के लंबे चुनाव अभियान के अंतिम पखवाड़े में दाखिल होने के साथ पहली बार पार्टी ने गठबंधन सरकार की संभावना व्यक्त की है. भाजपा राष्ट्रीय महासचिव राम माधव का सहज अनुमान ये है कि 543 सीटों वाली लोकसभा में उनकी पार्टी स्पष्ट बहुमत से थोड़ा पीछे छूट सकती है. वित्त मंत्री अरुण जेटली और पार्टी प्रमुख अमित शाह जैसे अन्य पार्टी नेताओं द्वारा सार्वजनिक तौर पर किए जाने वाले दावों के मुकाबले ये कहीं कम सीटों का अनुमान है.
राममाधव ने ब्लूमबर्ग न्यूज़ के प्रधान संपादक जॉन मिकल्थवेट को दिए साक्षात्कार में ये बातें कहीं उन्होंने कहा कि
‘यदि हम अपने दम पर 271 सीटें हासिल करते हैं, तो हमें बहुत खुशी होगी.’ नई दिल्ली में शनिवार को हुई इस बातचीत में उन्होंने कहा, ‘एनडीए घटक दलों के साथ हमें पर्याप्त बहुमत मिल जाएगा.’
माधव ने अपने इंटरव्यू में ये भी बता दिया कि भाजपा उत्तर भारत के राज्यों में, जहां 2014 में इसे भारी जीत मिली थी, संभावित नुकसान की भरपाई पूर्वोत्तर राज्यों के साथ-साथ पूर्वी भारत के पश्चिम बंगाल और ओडिशा में अतिरिक्त सीटें जीतकर कर लेगी. लेकिन यहां महत्वपूर्ण ये है कि अगर पूर्ण बहुमत नहीं मिलता है तो मोदी मजबूत सरकार कैसे बनाएंगे ? क्योंकि अगर पूर्ण बहुमत की सरकार नहीं बनती है तो फिर मोदी उतने मजबूत नहीं रह पांएगे जितने 2014 की सरकार में थे. अगर राम माधव की बात सही है तो फिर क्या मोदी झूठ बोल रहे हैं.