बिहार के मुजफ्फरपुर में प्रधानमंत्री की रैली के दौरान लोगों का विरोध प्रदर्शन देखने को मिला. मुजफ्फरपुर जिले के कटरा क्षेत्र के दुमरी गांव के लोगों ने बैनर लगाकर अपना विरोध दर्ज कराया. लोगों को कहना था कि अगर पुल नहीं मिला तो वोट भी नहीं देंगे.
मुजफ्फरपुर जिले के दुमरी गांव की आबादी करीब 5 हजार है. गांव में लोगों ने वोट बहिष्कार के बैनर लगा दिए हैं. दुमरी गांव के लोगों की सरकार से लंबे वक्त से मांग है कि लखनदेई नदीं के ऊपर कंक्रीट का पुल बनाया जाए. अभी गांव के लोग बांस के बने पुल से नदी पार करते हैं. इलाकाई भाषा में इस पुल को चचरी पुल कहा जाता है. नदी पर पुल का निर्माण गांव के लोगों ने ही कराया है. लोगों को कहना है कि,
‘हम सरकार से यह पूछना चाहते हैं कि ज्यादा अहम क्या है, हमारा वोट या हमारी जान जो इन चचरी पुल के इस्तेमाल की वजह से खतरे में रहती है।’
गांववालों का कहना है कि वो जो चचरी पुल बनाते हैं वो हर साल बाढ़ में बह जाता है. दो दशकों से वो हर साल नया पुल बना रहे है लेकिन सरकार ने इस ओर ध्यान नहीं दिया. मंगलवार को इसी गांव में पीएम मोदी भी चुनाव प्रचार के लिए पहुंचे थे. तभी लोगों ने विरोध शुरु कर दिया. यहां 6 मई को मतदान होने वाला है.
आपको बता दें कि कटरा में करीब दो दर्जन चचरी पुल है. इस इलाके में इन्हीं पुलों के सहारे लोग नदी पार करते हैं. कुछ पुलों की हालात बेहद खराब हैं. आपको बता दें कि 22 पंचायतों की करीब ढाई लाख लोगों की आबादी इन्हीं पुलों के सहारे आते जाते हैं. कई लोगों की इस पुल से गिरकर मौत भी हो चुकी है. गांव वालों की कहना है कि वो इस पुल के निर्माण के लिए सीएम से लेकर पीएम तक से गुहार लगा चुके हैं लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई.