देर से ही सही लेकिन महागठबंधन के नेताओं ने इलेक्शन कैंपेनिंग शुरु कर दी है. माया-अखिलेश-अजीत की तिगड़ी ने सहारनपुर में से हुंकार भरी. महागठबंधन की रैली में मायावती, अखिलेश यादव और रालोद मुखिया अजित सिंह ने एक सुर में मोदी सरकार को बेकार कह दिया.
देवबंद से जीत का दावा
मैदान सहारनपुर का देवबंद में था और मौका था महागठबंधन की पहली रैली का. लोकसभा चुनाव के अभियान की शुरुआत करते हुए रविवार को अपनी पहली रैली सहारनपुर के देवबंद में बसपा प्रमुख मायावती, सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव और राष्ट्रीय लोकदल (रालोद) के मुखिया चौधरी अजित सिंह ने किसी चुनावी रैली में पहली बार मंच साझा किया.
सभी ने एक सुर में हुंकार भरी और कहा कि इस बार चुनाव में गरीब, दलित और अल्पंसख्यक मिलकर जुमलेबाजों को सबक सिखाएंगे. देवबंद की साझा रैली में बसपा प्रमुख मायावती ने भाजपा के साथ कांग्रेस को भी निशाने पर रखा. मायावती ने आरोप लगाया कि केंद्र की पिछली कांग्रेस सरकार की ही तरह मौजूदा भाजपा सरकार ने दलितों, पिछड़ों, मुस्लिम तथा अन्य धार्मिक अल्पसंख्यकों का कोई खास विकास नहीं किया.
‘इस दफा चुनाव में हारेगी बीजेपी’
रालोद मुखिया चौधरी अजित सिंह ने दावा किया कि इस दफा चुनाव में बीजेपी हारेगी ही नहीं, बल्कि उसका सूपड़ा साफ हो जाएगा. अजित सिंह ने कहा गन्ना किसान बेहाल है और ये बड़ा सवाल है. उन्होंने कहा कि मोदी ने कहा था कि गन्ने का दाम 400 रुपये प्रति क्विंटल होगा. लेकिन ऐसा नहीं हुआ. मायावती जी और मुलायम सिंह यादव जी के शासन में गन्ना का दाम किसानों को मिलता था. आज अदालत के आदेश के बावजूद सरकार गन्ना मूल्य नहीं चुका रही है.
बिजनौर, कैराना, मुजफ्फरनगर, बागपत और सहारनपुर लोकसभा सीटों पर महागठबंधन के उम्मीदवारों के समर्थन में आयोजित इस संयुक्त रैली में मायावती ने मुस्लिम समाज से महागठबंधन के पक्ष में एकतरफा मतदान करने की अपील की है. पहले चरण में इस पूरे इलाके की आठ सीटों पर वोट डाले जाएंगे. सपा मुखिया अखिलेश यादव ने रैली में कहा कि बीजेपी ने देश में नफरत फैलाकर राज किया है.