13,700 करोड़ के पीएमबी घोटाले में एक नया मोड़ आ गया है. घोटाले के आरोपी मेहुल चोकसी ने कहा है कि उसका इस घोटाले से कोई संबंध नहीं है. मेहुल चोकसी ने दावा किया है कि वो घोटाले से जुड़ी कंपनियाों से साल 2000 हजार में ही बाहर निकल गया था.
मेहुल चोकसी एक वक्त एंटीगुआ में रह रहा है. उसने वहां की नागरिकता ले ली है. बुधवार को उसने पीएमबी घोटाले से जुड़े मामले में बड़ी बात कही. उसने कहा है कि इस घोटाले से जुड़ी जिन कंपनियों की जांच चल रही है उसमें से वो किसी भी कंपनियां का पार्टनर नहीं है. उसने कहा है कि पुरानी जानकारी के आधार पर उसके खिलाफ जांच की जा रही है.
मामा-भांजे की करतूत
आपको बता दें कि मेहुल चोकसी और उसके भांजे नीरव मोदी दोनों डायमंड करोबारी हैं और उनपर देश की सबसे बड़ी बैंक धोखाधड़ी का आरोप है. मेहुल चोकसी ने अपने वकीलों के जरिए खुद को बेकसूर बताते हुए बयान जारी किया है. उसने कहा है,
मैंने पीएनबी में 1995 में नो योर कस्टमर दस्तावेज दाखिल किया था. केवाईसी की पुरानी जानकारी के आधार पर ही मेरे खिलाफ कार्यवाई की गई है, कई बार मैंने इस पुरानी जानकारी को अपडेट कराना चाहा क्योंकि साल 2000 में ही मैं इन कंपनियों से बाहर हो गया था. मैं अपना कर्ज चुकाना चाहता हूं लेकिन संपत्ति फ्रीज होने के कारण मैं कर्ज नहीं चुका पा रहा हूं. मुझसे कर्ज चुकाने की उम्मीद नहीं की जानी चाहिए.
नीरव मोदी हुआ गिरफ्तार
आपको बता दें कि नीरव मोदी केस में प्रगति के बाद मेहुल चोकसी का ये बयान महत्वपूर्ण है. नीरव मोदी केस में सीबीआई-ईडी की टीम लंदन पहुंच चुकी है और 29 मार्च को इस मामले में सुनवाई है. नीरव मोदी को 19 मार्च को लंदन में गिरफ्तार किया गया था. नीरव मोदी पर भी 14 हजार 357 करोड़ रुपये के घोटाले का आरोप है.