ममता बनर्जी को इस बार एक कठिन मुकाबला करना है. एक तरफ बीजेपी राज्य में अपनी पूरी ताकत झोंक रही है तो वहीं दूसरी ओर कांग्रेस और वाम मोर्चा भी साथ में मिलकर चुनाव लड़ रहा है. ऐसे में ममता ने एक बार फिर से 2014 वाली चाल चली है. ममता ने सिनेमाई चेहरों को मैदान में उतार दिया है.
ममता बनर्जी के पास राजनीति में ग्लेमर का तड़का लगाने का कामयाब फॉर्मूला है. ये ऐसा फॉर्मूला है जिसनें टीएमसी को 2014 में 19 से 34 सीटों पर पहुंचा दिया था. अब एक बार फिर से ममता बनर्जी सिनेमाई सितारों को राजनीति के मैदान में उतारकर मैदान मारने की तैयारी कर चुकी हैं. 2019 के लोकसभा चुनाव में पूर्व अभिनेत्री संध्या राय और अभिनेता तापस पाल को भले ही टिकट न मिला हो लेकिन उनकी जगह बांग्ला फ़िल्मों की दो शीर्ष अभिनेत्रियों- मिमी चक्रवर्ती और नुसरत जहां टीएमसी ने मैदान में उतारा है.
कुछ सितारों की सीट बदली
वहीं दूसरी तरफ पूर्व अभिनेत्री मुनमुन सेन को बांकुड़ा संसदीय सीट से हटाकर आसनसोल में केंद्रीय मंत्री और बीजेपी के संभावित उम्मीदवार बाबुल सुप्रियो के मुकाबले खड़ा कर दिया है. मुममुन सेन ने 2014 में सीपीएम के वरिष्ठ नेता और नौ बार चुनाव जीत चुके बासुदेव आचार्य को 97 हजार से ज्यादा वोटों से शिकस्त दी थी. 2014 में भी टीएमसी मुखिया ममता बनर्जी ने मुनमुन सेन, संध्या राय, बांग्ला अभिनेता तापस पाल, अभिनेत्री शताब्दी राय और शीर्ष बांग्ला अभिनेता दीपक अधिकारी उर्फ देब को टिकट दिया था.
काम के मामले में पीछे हैं स्टार
हालांकि काम के मामले में ये सिनेमाई सितारे ज्यादा कामयाब नहीं हुए और इसकी वजह से ममता बनर्जी ने कई टिकट काटे भी है. अभिनेत्री मुनमुन सेन की पांच साल के दौरान संसद में उपस्थिति 69 फीसदी और शताब्दी राय 74 फीसदी उपस्थिति रही है बाकी संसद में ज्यादा दिखाई नहीं दिए. हालांकि क्षेत्र में सांसद निधि से काम कराने में ये सितारे कामयाब रहे और इन्होंने विकास कार्य कराए हैं. दीपक अधिकारी ने अपनी निधि की 102 फीसदी खर्च की, संध्या राय ने 104 फीसदी रकम क्षेत्र में लगाई.
दो महिला स्टार को दिया टिकट
इस लोकसभा चुनाव में टीएमसी ने दो अभिनेत्रियों को टिकट दिया है. एक हैं जानी-मानी अभिनेत्री मिमी चक्रबर्ती और दूसरी हैं नुसरत जहां जो पहली बार चुनाव मैदान उतर रही हैं. मिमी कोलकाता की प्रतिष्ठित जादवपुर सीट से मैदान में हैं. स्टार पॉवर का इस्तेमाल करके चुनाव जीतने का ममता के पास जबरदस्त फॉर्मूला है. इतना ही नहीं इस बार टीएमसी ने 41 फीसदी महिलाओं को टिकट दिया है. देखना होगा कि सिनेमाई सितारों से चुनाव जीतने का ममता का ये फॉर्मूला कितना कामयाब रहता है.