कांग्रेस महासचिव बनने के बाद प्रियंका गांधी दो बार जनता के सामने आईं हैं और दोनों बार उन्होंने विरोधियों की बोलती बंद कर दी. 11 फरवरी को लखनऊ में उन्होंने रोड शो किया और महफिल लूट ले गई. 12 मार्च को गुजरात के गांधी नगर रैली की तो बीजेपी के लिए चिंताएं बढ़ा दीं. लेकिन उनके तमाम कांग्रेसियों के जेहन में एक ही सवाल है कि क्या प्रियंका गांधी लोकसभा चुनाव लड़ेंगी और अगर लड़ेंगी तो कहां से ?
बीजेपी राहुल गांधी को उनके संसदीय क्षेत्र अमेठी में घेरने की प्लानिंग कर रही है और बीजेपी कार्यालय में अमेठी को लेकर खूब चर्चाएं हो रही हैं लेकिन कांग्रेस में चर्चा है सुल्तानपुर सीट को लेकर. संभावना ये है कि अमेठी से सटी हुई सुल्तानपुर सीट से प्रियंका गांधी को मैदान में उतारने की मांग की जा रही है. जानकार बता रहे हैं कि प्रियंका गांधी चुनाव लड़ने का मन बना रही हैं लेकिन वो कहां से चुनाव लड़ेंगी इसको लेकर संशय है. अमेठी में राहुल, रायबरेली में सोनिया मैदान में हैं तो क्या सुल्तानपुर में प्रियंका गांधी चुनाव लड़ सकती हैं.
चचेरे भाई की सीट से लड़ेंगे चुनाव?
सुल्तानपुर से अभी प्रियंका गांधी के चचेरे भाई वरुण गांधी बीजेपी के सांसद हैं और अगर प्रियंका यहां से मैदान में उतरती हैं तो क्या वो ये सीट छोड़ेंगे. इन खबरों के बाद बीजेपी की ओर से ये प्रतिक्रिया आई है कि अगर प्रियंका सुल्तानपुर से मैदान में उतरती हैं तो उनके सामने वरुण गांधी से बेहतर उम्मीदवार कोई नहीं हो सकता. लेकिन कांग्रेसियों का कहना है कि प्रियंका ने हमेशा वरुण को अपना भाई माना है और अगर प्रियंका वरुण से सीट छोड़ने के लिए कहेंगी तो वो मना नहीं करेंगे. हालांकि सियासी हलकों में बातें तो यहां तक हो रही हैं कि अगर कांग्रेस को जिंदा करना है कि तो पूरे गांधी परिवार को एक साथ आना पड़ेगा.
वरुण गांधी छोड़ेंगे अपनी सीट ?
क्या ये संभव लगा है कि वरुण गांधी प्रियंका गांधी के लिए सुल्तानपुर सीट छोड़ सकते हैं ? इसका सीधा सीधा जवाब तो नहीं दिया जा सकता लेकिन बीजेपी में वरुण गांधी की हालत ठीक नहीं है. जब राजनाथ सिंह पार्टी अध्यक्ष थे तो वरुण गांधी का जबरदस्त प्रमोशन हुआ था. वे सबसे कम उम्र में भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव बना दिए गए थे. संघ में भी उनकी बेहद अच्छी पैठ हो गई थी. लेकिन नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने और अमित शाह के अध्यक्ष पद पर बैठने के बाद पिछले चार साल में वरुण गांधी एकदम किनारे कर दिए गए हैं.
वरुण गांधी का बीजेपी की शीर्ष नेतृत्व से सीधा संपर्क नहीं है. महीनों-महीनों बीत जाने के बाद भी वे भाजपा मुख्यालय नहीं आते. यहां तक कि उनका नजरिया भी पार्टी लाइन से एकदम अलग दिखाई देता है. लोकसभा चुनाव के एलान के बाद कहा जा रहा है कि वरुण गांधी अपनी मां की सीट पीलीभीत से चुनाव लड़ सकते हैं अगर ऐसा हुआ तो प्रियंका के लिए ये सीट खाली हो जाएगी और वो यहां मैदान में उतर सकती हैं. हो जो भी इसकी संभावना बन रही है कि प्रियंका गांधी सुल्तानपुर से लोकसभा चुनाव लड़ सकती है.