चुनाव में बीजेपी के लिए जमीन तैयार करने का काम संघ लंबे वक्त से करता रहा है. एक बार फिर बीजेपी को दोबारा जिताने के लिए संघ ने तैयारी कर ली है. ग्वालियर में बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह और संघ प्रमुख मोहन भागवत ने बंद कमरे में लंबी बैठक की और लोकसभा चुनाव को लेकर मंथन किया है. इस बैठक में महामंत्री रामलाल भी मौजूद थे.
मध्यप्रदेश के ग्वालियर में संपन्न हुई राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रतिनिधि की बैठक में जहां एक तरफ सामाजिक प्रस्तावों को पारित किया गया. वहीं दूसरी ओर बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह और संगठन महामंत्री रामलाल की संघ प्रमुख मोहन भागवत के साथ बंद कमरे में मैराथन बैठक हुई जिसमें लोकसभा चुनाव को लेकर चर्चा की गई. ये बैठक दिन में शुरु हुई और देर रात तक जारी रही. इस बैठक में चर्चा इस बात को लेकर हुई कि बीजेपी कैसे यूपी में अपने प्रदर्शन को बरकरार रख पाएगी. बीजेपी के लिए प्रमुख राम मंदिर मुद्दे को भी संघ ने सरकारी पक्ष के तौर पर स्वीकृति देते हुए उसे मान्यता दी.
संघ ने जब बीजेपी की परेशानी बढ़ाई
दरअसल जनवरी में संघ और वीएचपी ने अयोध्या में हुई धर्मसंसद में कहा था कि राम मंदिर के मुद्दे पर सरकार को गंभीरता से सोचना होगा. हिंदूवादी संगठन राम मंदिर मुद्दे पर भाजपा को घेरकर 2019 लोकसभा चुनाव में उसके लिए परेशानी का सबब बन सकते थे. लेकिन अब संघ राम मंदिर और सबरीमाला मंदिर को लेकर बीजेपी के लिए माहौल बनाने का काम कर रही है. देश में लोकसभा चुनाव 2019 में शत-प्रतिशत मतदान करवाने के लिए स्वयंसेवकों को मूलमंत्र भी दिया गया, जिसका सीधा सा अभिप्राय भाजपा के पक्ष में मतदान करवाने का है. इस बैठक में संघ ने ये भी कहा है कि इतिहास फिर से लिखने की जरूरत है क्योंकि इतिहास में एक ही परिवार का महिलामंडन किया गया है.