26 फरवरी को पाकिस्तान के बालाकोट में भारतीय वायुसेना की एयरस्ट्राइक पर राजनीति होने लगी है. विपक्ष सरकार से पूछ रहा है कि उसने 300 आतंकियों के मरने का आंकड़ा किस आधार पर दिया और सरकार कह रही है कि विपक्ष को सेना पर भरोसा नहीं. अब इसमें आरएसएस ने भी बयान दिया है
एयर स्ट्राइक के सबूत मांगने वाले लोगों को आरएसएस ने खरी खोटी सुनाई है. आएसएस के सह-सरकार्यवाह दत्ता त्रेय होसबोले ने सबूत मांगने वालों पर जमकर निशाना साधा है. आरएसएस पहले भी इसको लेकर बयान दे चुका है. मध्यप्रदेश में अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा की तीन दिवसीय बैठक में संघ ने भारतीय वायुसेना की एयर स्ट्राइक के सबूत मांगने वालों को घेरा. संघ ने सरकार के फैसले की तारीफ करते हुए अपना वार्षिक प्रतिवेदन भी जारी किया है. उन्होंने कहा,
जिन लोगों को सबूत की जरूरत है अगली बार सेना उन्हें भी ऑपरेश के दौरान अपने साथ ले जाए. मैं कई राज्यों का भ्रमण कर चुका हूं और कुछ खास ग्रुप से संबंध रखने वाले लोग ही एयर स्ट्राइक के सबूत की मांग कर रहे हैं. ऐसे लोग सिर्फ भ्रम फैलाने की कोशिश कर रहे हैं. ऐसे लोगों के लिए अच्छा रहेगा कि अगली बार सेना जब भी ऑपरेशन के लिए जाए इन लोगों को भी साथ लेकर जाए.
इस बैठक के दौरान बीजेपी प्रमुख अमित शाह भी मौजूद थे. बैठक में तय हुआ है कि संघ के कार्यकर्ता शत प्रतिशत मतदान कराने के लिए काम करेंगे. देश हित में जो सरकार काम करेगी संघ उसका समर्थन किया जाएगा.