चुनाव का वक्त है और सरकार अपने विकास डंका पीट रही है. पीएम मोदी लगातार अपनी रैलियों में इस बात का जिक्र कर रहे हैं कि उन्होंने अपनी सरकार में विकास की कई परियोजनाओं को वक्त से पहले पूरा कराया और पुरानी लटकी परियोजनाओं को भी रफ्तार से पूरा किया. लेकिन हालियों रिपोर्ट में चौंकाने वाली बातें सामने आई हैं
रिपोर्ट में कहा गया है कि अगर सरकार अर्थव्यवस्था में तेजी लाना चाहती है तो उसे इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स की तरफ ध्यान देना होगा क्योंकि देश में बड़ी संख्या में इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट अधर में लटके हुए हैं, रिपोर्ट में ये भी कहा है कि इन प्रोजेक्ट की वजह से अर्थव्यवस्था को बड़ी चपत लग रही है.
प्रॉपर्टी कंसल्टेंट ANAROCK और भारत की एसोसिएशन ऑफ इंफ्रास्ट्रक्चर इंडस्ट्री ने ये रिपोर्ट तैयार की है. Infrastructure & Real Estate: A fulcrum for change & Economic Growth नाम की इस रिपोर्ट में कहा है कि देश में चल रहे 1420 इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स में से 369 प्रोजेक्ट पूरा होने में देरी हो रही है, इन 396 प्रोजेक्ट में से 366 प्रोजेक्ट ऐसे हैं जिनमें कुछ ज्यादा ही देरी हो रही है. रिपोर्ट में बताया गया है कि इन देरी की वजह से इन प्रोजेक्ट की लागत करीब 33 अरब रुपए तक बढ़ गई है.
अर्थव्यवस्था पर होगा असर
इस रिपोर्ट में बताया गया है कि अग भारत को साल 2025 तक 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था के लक्ष्य को पाना है तो केंद्र सरकार को इंफ्रास्ट्रक्चर और रियल एस्टेट की विकास दर को बढ़ाना होगा. इसमें बताया गया है कि जो 366 प्रोजेक्ट देरी से चल रहे हैं वो करीब 46 महीने की देरी से चल रहे हैं. रिपोर्ट में बताया गया है कि अगर सरकार इस दिशा में काम नहीं करती है कि आने वाले वक्त में अर्थव्यवस्था को रफ्तार देना मुश्किल होगा क्योंकि देश की अर्थव्यवस्था में इस वक्त इंफ्रास्ट्रक्चर क्षेत्र का योगदान 29.5 प्रतिशत है