पटना में हुई ‘संकल्प रैली’ में पुराने अंदाज में दिखे मोदी, इंदिरा गांधी के स्टाइल में दिया 2014 वाला भाषण
पटना के गांधी मैदान में एनडीए की बड़ी रैली हुई जिसमें नीतीश और नरेंद्र मोदी 9 साल बाद एक साथ मंच पर आए. डीएनए वाले हमले के बाद ये पहला मौका था जब ये दोनों नेता एक मंच पर आए थे. उम्मीद की जा रही थी कि मोदी कुछ नया कहेंगे. लेकिन लोगों का कहना है कि जो 2014 में कहा था वहां 2019 में चेंप दिया. भाषण में कुछ नया नहीं था.
Lok Sabha Election 2019: आपको याद होगा 2014 के चुनाव में 4 मार्च को नरेंद्र मोदी ने बिहार की धरती पर जाकर नीतीश कुमार और लालू यादव को ललकारा था. पांच साल बाद 3 मार्च, 2019 मोदी ने पटना के ऐतिहासिक गांधी मैदान में नीतीश के साथ महागठंबधन को ललकारा है. पांच साल पहले भी मोदी ने कहा था,
“मोदी कहता है मंहगाई रोको, वो कहते हैं कि मोदी को रोको।”
अबकी बार मोदी ने कहा
“साथियों, वो कहते हैं आओ मिलकर मोदी को खत्म करें, मैं कहता हूं आओ एक होकर आतंकवाद खत्म करें।”
पीएम यहीं नहीं रुके उन्होंने फिर कहा,
“वो कहते हैं आओ मिलकर मोदी को खत्म करें, मैं कहता हूं आओ मिलकर गरीबी को खत्म करें।”
नरेंद्र मोदी रंग में थे उन्होंने अगली लाइन में कहा,
“वो कहते हैं, आओ मिलकर मोदी को खत्म करें, मैं कहता हूं आओ एक होकर भ्रष्टाचार और कालेधन को खत्म करें।”
कुछ इसी तरह का भाषण उन्होंने पांच साल पहले बिहार में दिया था. तब वो पीएम नहीं बल्कि पीएम पद के उम्मीदवार थे. इस बार वो भारत के प्रधानमंत्री हैसियत से बिहार में बोल रहे थे. पीएम मोदी इंदिरा गांधी की शैली में बोल रहे थे. जैसे 70 के दशक में इंदिरा गांधी कहती थीं.
“मैं कहती हूं गरीबी हटाओ, वो कहते है इंदिरा को हटाओ।”
मोदी ने भी इंदिरा की तरह ही गांधी मैदान में गरीबी हटाने का नारा दिया है और कहा है कि सब मोदी हटाना चाहते और मोदी गरीबी हटाना चाहता है.