दौर तकनीक का है और राजनीति इसे अच्छी तरह से समझती है. पीएम मोदी ने तकनीक की मदद से न सिर्फ बीजेपी को मजबूत किया बल्कि अपनी दमदार छवि भी बनाई. आगामी लोकसभा चुनाव में तकनीक का इस्तेमाल सपा भी करने जा रही है. अखिलेश और डिंपल यादव अपने इनोवेटिक कार्यक्रमों के जरिए जनता की नब्ज टटोलेंगे.
सोशल मीडिया आज राजनीति करने का बड़ा माध्यम बन गया है. सपा के मुखिया इस बात को समझ लिया है और वो आगामी चुनाव में इसके लिए ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचने की कोशिश शुरु करने वाले हैं. जनता के मन की बात जानने के लिए सपा मुखिया अपनी पत्नी समेत इनोवेटिक कार्यक्रम शुरु करने जा रहे हैं. अखिलेश यादव ने इसके लिए एक खास रणनीति बनाई है.
लैपटॉप की कामयाबी की कहानी
सपा मुखिया अखिलेश यादव ने #Mylaptopstory कैंपेन की शुरुआत की है. कोशिश है उन छात्रों तक पहुंचने की जिनको सपा सरकार में लैपटॉप दिए गए थे. अखिलेश अपने समर्थकों को इसके बारे में जानकारी दी है और ट्विटर पर लिखा है
– टेक्नोलॉजी से भविष्य बनता है.
अखिलेश यादव जानते हैं कि आगामी चुनाव में युवा निर्याणक भुमिका अदा करने वाले हैं लिहाजा वो उन लाखों युवाओं तक पहुंचने की योजना पर काम कर रहे हैं जिन्हें लैपटॉप मिला. उन्होंने ट्वीट किया है कि
समाजवादी सरकार में लाखों नौजवानों को लैपटॉप मिला था. क्या आप को लैपटॉप मिला था? अगर मिला तो आप के जीवन में क्या बदलाव आया? और अगर भविष्य में लैपटॉप मिले तो आप उसके साथ क्या सपने पूरे कीजिएगा?
अपनी #MyLaptopStory यहां बताएं: फिर वहां एक लिंक दिया हुआ है.
अखिलेश यादव इन युवाओं तक पहुंचकर उन्हें अपनी योजना की याद दिलाने चाहते हैं और जानना चाहते हैं कि लैपटॉप ने कैसे युवाओं की जिंदगी बदली. अखिलेश यादव ही नहीं बल्कि उनकी पत्नी और कन्नौज से सपा सांसद डिंपल यादव भी सपा को जीत दिलाने के लिए पूरी जी जान से जुटी हैं और वो महिलाओं के संघर्ष की कहानी जानने के लिए अभियान शुरु कर रही हैं.
महिला मतदाताओं तक पहुंचने की रणनीति
समाजवादी वीमेन नाम से डिंपल यादव ने एक नई मुहित शुरु की है. डिंपल यादव ने ट्वीट कर महिलाओं से उनके संघर्ष की कहानी साझा करने की पहल की है. उन्होंने महिलाओं से कहा है कि महिलाएं इस अभियान से जुड़ें और अपनी कहानियां बताएं.
समाजवादी वीमेन अभियान में महिलाओं से अपने सपने बताने की अपील की है. इसी बहाने डिंपल यूपी की औरतों का मूड जानना चाहती हैं. उनका मन पढ़ना चाहती हैं. उनकी परेशानियां समझना चाहती हैं. अखिलेश यादव और उनकी पत्नी अपने इन अभियानों के माध्यम से युवाओं और महिलाओं के मन की बात जानना चाहते हैं. अखिलेश यादव की कोशिश ये है कि वो युवाओं और महिलाओं के मन को टटोलकर आगानी चुनाव के लिए पार्टी की रणनीति तैयार करें.