बीजेपी-शिवसेना में भले ही गठबंधन हो गया हो लेकिन शिवसेना लगातार अपने बयानों से बीजेपी को परेशान कर रही है. कभी सीएम पद को लेकर तो कभी पीएम पद को लेकर शिवसेना की प्रतिक्रिया बीजेपी के लिए मुश्किलें खड़ी रही हैं. अब एक बार फिर से शिवसेना के मुखपत्र सामना में पुलवामा हमले के बाद हुई कार्रवाई पर सवाल उठाए गए हैं
बीजेपी सहयोगी पार्टी शिवसेना ने पुलवामा हमले पर मोदी सरकार को आड़े हाथों लेते हुए तीखा हमला किया है. शिवसेना हमले के बाद सरकार के रुख पर सवाल उठाए हैं और कहा है कि मोदी सरकार पाकिस्तान पर कार्रवाई के लिए चुनाव तक का इंतज़ार ना करे. अपने मुखपत्र समाना में लिखा है,
”हमें अमरीका और यूरोपीय देशों पर निर्भर रहने के बजाय खुद लड़ना होगा. जवानों की शहादत चुनाव जीतने का एक साधन बनता जा रहा है. ऐसे देश अपने दुश्मनों से कैसे निपटेगा? पाकिस्तान को सबक सिखाने के बयानबाजी कर रहे हैं. पहले ऐसा कुछ करें और फिर बयान दें. पठानकोट, उड़ी और अब पुलवामा हम बस चेतावनी दे रहे हैं.”
एक तरफ बीजेपी लगातार ये कह रही है कि मोदी सरकार आतंकियों का सफाया करने के लिए कार्रवाई कर रही है और पुलवामा आतंकी हमले का बदला ले लिया गया है लेकिन दूसरी तरफ उसके सहयोगी ही कार्रवाई से खुश नहीं हैं.