पुलवामा हमले के बाद भारत पूरी दुनिया में पाकिस्तान को अलग-थलग करने की कोशिशओं में जुटा है. अब संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने जम्मू कश्मीर के पुलवामा में सीआरपीएफ पर हुए आत्मघाती हमले की निंदा की है.
पाकिस्तान भारत से पुलवामा हमले के सबूत मांग रहा है लेकिन वैश्विक बिरादरी इस हमले को लेकर पाकिस्तान की आलोचना कर रही है. सुरक्षा परिषद ने एक बैठक में इसे ‘जघन्य और कायराना’ हमला करार दिया. सुरक्षा परिषद में शामिल देशों में एक भारत का पड़ोसी चीन भी है.
फ्रांस ने पुलवामा आतंकी हमले से जुड़ा प्रस्ताव आगे रखा था. फ्रांस भारत का सहयोगी है और आने वाले समय में पाकिस्तान में आतंकी संगठन जैश से जुड़े लोगों पर शिकंजा कसने में भारत की मदद करेगा. पुलवामा हमले की ज़िम्मेदारी लेने वाले संगठन जैश-ए-मोहम्मद पर बैन लगाने के लिए भी फ्रांस प्रस्ताव लाएगा.
सुरक्षा परिषद ने इस बैठक में एक अहम बात कही है. सभी देशों ने एक सुर में कहा है कि आतंकवाद और इस कारण पैदा होने वाली मुश्किलें अंतरराष्ट्रीय शांति और सुरक्षा के लिए ख़तरा है. परिषद ने आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद को लेकर कहा है कि ऐसे हमलों के लिए दोषियों को सजा मिलनी चाहिए.