नए सहयोगियों की तलाश में लगी बीजेपी के लिए मुश्किलें बढ़ सकती हैं. तमिलनाडु और महाराष्ट्र में गठबंधन होने से खुश बीजेपी के लिए यूपी में हालात अच्छे नहीं हैं. बीजेपी की सहयोगी अपना दल ने आंख दिखानी शुरु कर दी है.
बीजेपी के लिए यूपी में सपा-बसपा गठबंधन से निपटने के लिए नए सहयोगियों को तलाशना और पुराने सहयोगियों को बचाना जरूरी हो गया है. ऐसे में बीजेपी के लिए यूपी में मुश्किलें बढ़ती हुई दिख रही हैं. यहां बीजेपी के सहयोगी दल एनडीए से अलग संभावनाओं की तलाश में दिख रहे हैं.
अपना दल की संरक्षक अनुप्रिया पटेल और अध्यक्ष आशीष पटेल ने कांग्रेस महासचिव प्रियंका वाड्रा और ज्योतिरादित्य सिंधिया से मुलाकात की है. इस मुलाकात के कई माएने निकाले जा रहे हैं. अपना दल के अध्यक्ष ने कहा,
‘गठबंधन धर्म को ईमानदारी से निभाने के बाद भी हमारी नहीं सुनी गई. हमें सम्मान तक के लायक नहीं समझा गया. अब हम निर्णय लेने के लिए आजाद हैं.’
ऐसे समय में जब यूपी में नए नए गठबंधन बीजेपी के लिए परेशानी का सबब बन रहे हैं जब अगर अपना दल कांग्रेस में जाता है तो बीजेपी के लिए मुश्किलें बढ़ सकती हैं.