राजनीति में कुछ भी हो सकता है. एक वक्त था कि अरविंद केजरीवाल कांग्रेस की मुखालफत करके अपनी राजनीति चमकाते थे अब वक्त ऐसा आ गया है कि वो कांग्रेस को गठबंधन के लिए मना रहे हैं.
आने वाले लोकसभा चुनाव के लिए आप कांग्रेस से गठबंधन करना चाहती थी लेकिन कांग्रेस ये नहीं चाहती है. दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने एक रैली के दौरान कहा कि वो तो कांग्रेस को मनाते रहे लेकिन कांग्रेस मानी नहीं. उन्होंने कहा,
” हमने कांग्रेस को मनाने की कई कोशिशें की लेकिन वो समझने को तैयार नहीं हैं. मुझे नहीं पता उनके दिमाग में क्या चल रहा है. अगर दिल्ली में हमारा गठबंधन हो जाता है तो सातों लोकसभा सीटों पर बीजेपी की हार होगी.”
दिल्ली में बदले समीकरणों को देखते हुए आप कांग्रेस के साथ गठबंधन करना चाहती है. आप के कई नेता उसका साथ छोड़ चुके हैं और ऐसे में ये जरूरी है कि वो अपनी जमीन बचाने के लिए काम करे. इसके लिए उसे कांग्रेस की जरूरत है और कांग्रेस आप के साथ जाना नहीं चाहती क्योंकि इससे पूरे देश में गलत संदेश जाएगा.