पंजाब में कांग्रेस ने सत्ता में आने से पहले किसान कर्जमाफ का वादा किया था और कहा था कि कांग्रेस की सरकार किसानों के हित की बात करेगी लेकिन अंग्रेजी अख़बार इंडिया एक्सप्रेस की खबर के मुताबिक बैंकों की शिकायत पर पंजाब की कांग्रेस सरकार ने छोटे और हाशिये पर पहुंचे किसानों को जेल भेज दिया है.
जो किसान जेल भेजे गए हैं वो पंजाब सरकार की किसान कर्जमाफी योजना के दायरे में आते हैं. बैंकों ने किसानों के चेक बाउंस होने की वजह से उनके खिलाफ मामले दर्ज कराए और इसके बाद किसानों को अदालती कार्रवाई का सामना करना पड़ रहा है. अदालत ने कई किसानों को दोषी ठहराते हुए जेल भी भेज दिया है.
अखबार में छपी ख़बर मुताबिक भठिंडा के एक किसान को आठ फरवरी को 18 महीने की सजा सुनाई गई. बताया जा रहा है कि किसान ने दो बैंकों से कर्ज लिया था जो लौटा नहीं पाया था इसलिए बैंक ने उसके खिलाफ शिकायत कर दी थी. किसान का कहना है कि कर्ज देते समय बैंक ने उनसे ब्लैंक चेक पर साइन लिए थे.
बैंक ने कहा था कि अलग भुगतान नहीं किया तो उनके खिलाफ मामला दर्ज कराया जाएगा. अखबार ने इस तरह के कई किसानों से बात की है. बैंक भी ये बात मानने हैं कि किसानों से ब्लैंक चेक पर साइन कराए गए. बैंको का कहना है कि ये इसलिए क्योंकि पंजाब सरकार ने किसानों के लिए बनाई योजनाओं में उनके हाथ बांध दिए हैं.