बीजेपी के तमाम नेता भले ही प्रियंका फैक्टर पर यूपी में नकार रहे हों लेकिन जो ख़बरें आ रहीं हैं उसके मुताबिक यूपी में बीजेपी को प्रियंका रणनीति बदलने के लिए मजबूर कर दिया है. 11 फरवरी को लखनऊ में हुए 15 किलोमीटर लंबे रोड-शो के बाद बीजेपी ही नहीं बल्कि गठबंधन दलों के दफ्तरों में भी प्रियंका की चर्चा होती रही.
प्रिंयका रोड-शो के बाद बीजेपी की बैठक
बीजेपी बड़े नेताओं ने प्रियंका गांधी सिरे से खारिज तो किया लेकिन अंदरखाने खबर ये है कि बीजेपी दफ्तर में सबसे ज्यादा चर्चा प्रियंका गांधी की ही हुई. लखनऊ में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी के रोड शो के बाद बीजेपी अपनी रणनीति राज्य में बदलने जा रही है. कहा जा रहा है कि रोड-शो के बाद बीजेपी की यूपी ईकाई के बड़े नेताओं की बैठक हुई. जिसमें आगामी लोकसभा चुनाव के बदलते राजनीतिक समीकरण पर विशेष रूप से चर्चा हुई.
बीजेपी के आलाकमान ने बदली रणनीति
पार्टी सूत्रों के हवाले से ख़बर ये है कि प्रियंका गांधी की वजह से अब यूपी में कमान खुद पीएम मोदी और पार्टी अध्यक्ष अमित शाह संभालेंगे. हो सकता है कि प्रियंका को काउंटर करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमित शाह की प्रदेश में रैलियां बढ़ाई जाएं. अभी तक बीजेपी और मोदी-शाह के सामने गठबंधन की चुनौती थी और कांग्रेस को बीजेपी चुका हुआ समझ रही थी लेकिन अब प्रियंका को भी ध्यान में रखकर रणनीति बनाई जा रही है. मोदी-शाह की रैलियों की शुरुआत 15 फरवरी से हो रही है. 15 फरवरी को प्रधानमंत्री झांसी का दौरा करेंगे और इस दौरान डिफेंस कॉरिडोर समेत कई योजनाओं का शिलान्यांस करेंगे.
पीएम खुद करेंगे प्रियंका को काउंटर
झांसी में विशाल रैली करने के बाद पीएम 19 फरवरी को अपने संसदीय क्षेत्र काशी जाएंगे और कैंसर हॉस्पिटल समेत अन्य योजनाओं का उद्घाटन करेंगे. यहां पर भी पीएम मोदी की रोहनिया में एक बड़ी रैली होने वाली है. 24 फरवरी को वो गोरखपुर में बीजेपी किसान मोर्चा के एक कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे. इससे पहले 23 फरवरी को पार्टी के अध्यक्ष अमित शाह किसानों के कार्यक्रम का उद्घाटन करेंगे.
शाह ने भी बढ़ाई यूपी में सक्रियता
अमित शाह का दौरा तो मोदी के दौरे से पहले ही शुरु होने वाला है. वो 13 फवरी को प्रयागराज पहुंचेंगे जहां कुंभ में एक कार्यक्रम में शिरकत करेंगे. पूर्वी यूपी में अमित शाहर का ज्यादा फोकस है. यहां पर वो गाजीपुर या बलिया में 26 फरवरी को कार्यकर्ताओं से मिल सकते हैं. इसी तरह के और कार्यक्रम हैं जो मोदी शाहर आगामी दिनों में करने वाले हैं. ऐसे वक्त में जब प्रियंका गांधी के हाथ में पूर्वी यूपी की कमान है तो बीजेपी अपनी पूरी ऊर्जा प्रियंका को विफल करने में लगाएगी.