मोदी सरकार के लिए एक और बुरी ख़बर है. संसद में सोमवार को बताया गया कि अप्रैल-सितंबर 2018 के दौरान रक्षा क्षेत्र में सिर्फ 1.5 करोड़ का निवेश हुआ है.
- 2014-15 में करीब 57 लाख
- 2015-16 में करीब 71 लाख
- 2017-18 में करीब सिर्फ 7 लाख
हैरानी होगी आपको ये जानकार कि 2016-17 में रक्षा क्षेत्र FDI आया ही नहीं. पीटीआई की खबर के मुताबिक वाणिज्य और उद्योग राज्य मंत्री C.R चौधरी ने लोकसभा में ये आंकड़े जारी किए. सरकारी आंकड़े बताते हैं कि,
अप्रैल-सितंबर 2018 में FDI में 11 प्रतिशत की गिरावट आई, इस दौरान 1,61,262 करोड़ का निवेश आया. 2017-2018 में FDI में 3 प्रतिशत के साथ 3,19,152 करोड़ रुपये रही.
C.R चौधरी ने ये भी बताया कि इंवेस्ट इंडिया के लिए उपलब्ध करवाया गया फंड 2013-14 में 1,18,78,380 था, जो 2018-19 में बढ़कर 33,19,42,631 रुपया हो गया है.
इंवेस्ट इंडिया एक नॉन प्रॉफिट कंपनी है, जो एक नेशनल इंवेस्टमेंट प्रमोशन एंड फैसिलिटेशन एजेंसी के तौर पर काम करती है. अभी इसका 51 प्रतिशत शेयर उद्योगिक संगठनों (Ficci, CII and Assocham) और 49 प्रतिशत केंद्र तथा राज्य सरकार के पास है.