कश्मीर मुद्दे पर पाकिस्तान हमेशा पीठ पीछे वार करता है. इतना ही नहीं पाकिस्तान वैश्विक बिरादरी में भी इस मुद्दे को चोरी छिपे उठाता रहता है. पाकिस्तान की एक ऐसी ही कोशिश को मोदी सरकार ने नाकाम कर दिया है.
पाकिस्तान के दांव-पेंच से वाकिफ मोदी सरकार ने लंदन मं बड़ी कामयाबी हासिल की है. दरअसल लंदन में पाकिस्तान समर्थित एक संगठन ऑल पार्टी पार्लियामेंट्री ग्रुप (एपीपीजी) ऑन कश्मीर ने कश्मीर के मसले पर अंतरराष्ट्रीय समुदाय का समर्थन जुटाने के लिए एक कार्यक्रम आयोजित किया गया था. इस कार्यक्रम के मकसद से पाकिस्तान में भारत को नीचा दिखाना चाहता था. लेकिन मोदी सरकार ने बड़ी कामयाबी से पाकिस्तान की चाल नाकाम कर दी.
लंदन के संसद भवन परिसर में 5 फरवरी को पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद क़ुरैशी की मौजूदगी में इस कार्यक्रम आयोजन किया गया था. इसमें ब्रिटिश सरकार के प्रतिनिधि को भी शामिल होना था. इस बात की जानकारी जब भारत सरकार को हुई तो भारत ने कूटनीतिक कोशिशें कीं और इसकी नतीजा ये हुआ कि ब्रिटिश सरकार का कोई प्रतिनिधि शामिल नहीं हुआ. शाह महमूद क़ुरैशी पाकिस्तान सरकार के प्रतिनिधि के तौर पर नहीं बल्कि निजी हैसियत से शामिल हुए थे.