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कुंभ से योगी सरकार कितना कमाएगी?

योगी कैबिनेट में मंत्री ओम प्रकाश राजभर ने कहा है कि कुंभ में योगी सरकार पांच हजार करोड़ खर्च कर रही है इतना पैसा बर्बाद हो रहा है. बच्चों को शिक्षा देने में इसकी आधी रकम खर्च कर देते तो बेहतर होता. लेकिन ऐसा नहीं है कि योगी सरकार ने सिर्फ खर्च ही किया है. सरकार इस महामेले से कमाएगी भी.

भारतीय उद्योग परिसंघ यानी CII के मुताबिक कुंभ से छह लाख लोगों के लिए रोजगार के मौके पैदा हो रहे हैं और इससे योगी सरकार करीब 1 हजार 2 सौ अरब रुपये की आमदनी कर सकती है. CII रिपोर्ट कहती है कि

15 जनवरी से 4 मार्च तक आयोजित होने वाला कुंभ मेले के आयोजन से जुड़े कार्यों में छह लाख से ज्यादा कामगारों के लिए रोजगार उत्पन्न हो रहा है. कुंभ मेले के आतिथ्य क्षेत्र में करीब ढाई लाख लोगों को रोजगार मिलेगा. एयरलाइंस और हवाई अड्डों के आसपास से करीब डेढ़ लाख लोगों को रोजी-रोटी मिलेगी. करीब 45,000 टूर ऑपरेटरों को भी रोजगार मिलेगा. इको टूरिज्म और मेडिकल टूरिज्म क्षेत्रों में भी लगभग 85,000 रोजगार के अवसर बनेंगे.

इतना ही नहीं इस मेले में टूर गाइड, टैक्सी चालक, दुभाषिये और स्वयंसेवकों के तौर पर रोजगार के 55 हजार नए अवसर भी पैदा हुए हैं. CII का ये भी मानना है कि पड़ोस के राज्यों राजस्थान, उत्तराखंड, पंजाब और हिमाचल प्रदेश इस मेले से फायदा होने वाला है. क्योंकि जो लोग कुंभ में आएंगे वो लोग यहां आने के बाद इन राज्यों में भी जा सकते हैं. सरकारी आंकड़े के मुताबिक कुंभ में करीब 15 करोड़ लोग आएंगे ऐसे में 50 दिन तक चलने वाले इस मेले में जो 4,200 करोड़ रुपया सरकार खर्च कर रही है वो वापस आएगा. क्योंकि राजभर ने कहा था कि 2013 में जो महाकुंभ हुआ था उससे तीन गुना ज्यादा बजट योगी सरकार खर्च कर रही है.

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