प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर्यावरण प्रेमी माने जाते हैं. वो लगातार वैश्विक मंचों पर भी पर्यावरण को बचाने की बात करते आए हैं. उन्होंने अपने रेडियो कार्यक्रम मन की बात में भी लोगों से अपील की है कि ज्यादा से ज्यादा पेड़ लगाएं. लेकिन उनके हैलीकॉप्टर को उतरने के लिए बनाए गए हैलीपैड के लिए 1000 पेड़ काट दिए गए.
अंग्रेजी अखबार द हिंदू की ख़बर के मुताबिक शहरी वृक्षारोपण कार्यक्रम के तहत 2016 में भारतीय रेलवे की 2.25 हेक्टेयर पर पौधे लगाए गए थे. चूंकि हेलीपैड के लिए खाली जमीन की आवश्यकता थी, इसलिए अधिकारियों को 1.25 हेक्टेयर जमीन खाली करनी पड़ी. इसको लेकर पर्यावरण प्रेमियों में नाराजगी है और वो कह रहे हैं कि जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ केस दर्ज होना चाहिए.
राज्य के वन विभाग की जांच में पता चला है कि पेड़ की कटाई की गई थी और इसके लिए वन विभाग से कोई परमीशन नहीं ली गई. रेलवे का कहना है कि हैलीपैड के लिए जमीन साफ करनी थी इसलिए सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए पेड़ों को काटा गया.
आपको बता दें कि पीएम मोदी पश्चिमी ओडिशा शहर में एक सार्वजनिक बैठक को संबोधित करने से पहले खुर्दा-बलांगीर रेलवे लाइन पर एक ट्रेन के उद्घाटन को हरी झंडी दिखाने वाले हैं. वन विभाग का कहना है कि पेड़ चार से सात फुट लंबे थे और 1000 में से करीब 90 फीसदी पेड़ जीवित रह सकते थे. पेड़ों को इसलिए काटा गया क्योंकि पीएम के हैलीकॉप्टर को उतारने के लिए कोई जमीन नहीं मिल रही थी.