अखिलेश बसपा के साथ सपा के गठबंधन को एतिहासिक बता रहे हैं लेकिन सपा के शिकोहाबाद से विधायक हरिओम यादव ने कहा है कि ये गठबंधन तभी कामयाब होगा जब अखिलेश मायावती के आगे घुटने टेक दें. ये तो शुरु से माना जा रहा था कि ये गठबंधन बीजेपी का सिरदर्द बढ़ाएगा लेकिन ये अखिलेश के लिए भी मुश्किलें खड़ी कर सकता है.
गठबंधन के खिलाफ अब पार्टी के अंदर से ही आवाज उठने लगी है. अखिलेख यादव के इस फैसले के खिलाफ शिकोहाबाद सीट से पार्टी विधायक हरिओम यादव ने आवाज उठाई है. उन्होंने कहा,
‘दोनों पार्टियों का गठबंधन तभी सफल हो सकता है जब हमारे अध्यक्ष (अखिलेश) बहनजी (मायावती) के सामने घुटने टेक दें. गठबंधन चलाने के लिए हमारे अध्यक्ष को बहन जी की सभी मांगें माननी होंगी. फ़िरोज़ाबाद में तो यह गठबंधन बिल्कुल बेअसर साबित होगा.’
ये बयान इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि हरिओम यादव फिरोजाबाद जिले के कद्दावर नेता हैं. और सपा के साथ लंबे अर्से से हैं. उत्तर प्रदेश की दोनों प्रमुख पार्टियों ने आपसी सहमति से 38-38 लोक सभा सीटों पर ही चुनाव लड़ने का ऐलान के बाद उन्होंने ये प्रतिक्रिया दी है. ये भी खबरें आ रही हैं कि हरिओम यादव के बेटे को शिवपाल सिंह की पार्टी प्रसपा टिकट दे सकती है.