2009 में सिविल सेवा परीक्षा टॉप करने वाले शाह फैसल अफसरी को अलविदा कह चुके हैं. फैसल अब नेतागीरी करना चाहते हैं और इसके लिए आगामी लोकसभा चुनाव में किस्मत आजमाएंगे. फैसल ने कहा है कि वो मोजूदा वक्त के राजनीतिक हालातों से परेशान हैं, राजनीतिक हालातों ने ही उन्हें नौ जनवरी को इस्तीफा देने के लिए मजबूर कर दिया. अब वो राजनीति में आकर कश्मीर के लिए काम करना चाहते हैं.
फैसल ने ये भी कहा है कि वो किसी पार्टी में शामिल नहीं होंगे. उन्होंने ये भी कह दिया है कि अलगाववादी हुर्रियत कॉन्फ्रेंस में तो वो कतई शामिल नहीं होंगे. हालांकि ऐसा माना जा रहा है कि एमबीबीएस की डिग्री रखने वाले फैसल नेशनल कॉन्फ्रेंस में शामिल होकर बारामुला सीट से लोकसभा चुनाव लड़ सकते हैं. फैसल ने कश्मीर में बगैर उकसावे के होने वाली हत्याओं के खिलाफ इस्तीफा दिया है. नेशनल कांफ्रेस ने कहा है फैसल के आने से राजनीति को फायदा होगा.