पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी के जन्मदिन पर बीजेपी की पश्चिम बंगाल इकाई के मुखिया दिलीप घोष ने ममता में पीएम बनने की संभावना देखी थी. एक दिन भी नहीं बीता है और बिहार में बीजेपी की सहयोगी जेडीयू के प्रवक्ता राजीव रंजन ने कहा है कि
‘नीतीश कुमार का राजनैतिक करियर देश में काफी प्रेरणादायक रहा है। उनके नेतृत्व में बिहार में अभूतपूर्व तरक्की हुई है। हालांकि पीएम मोदी ही एनडीए का चेहरा हैं, लेकिन यदि प्रधानमंत्री पद के लिए चर्चा होती है तो नीतीश कुमार टॉप के उम्मीदवारों में से एक होंगे।’
एचटी की खबर की माने तो जेडीयू की तरफ से जैसे ही ये बयान आया बीजेपी ने तुरंत इसका खंडन कर दिया. बीजेपी सांसद सीपी ठाकुर ने कहा है कि
‘बिहार में नरेंद्र मोदी ही प्रधानमंत्री का चेहरा हैं। नीतीश कुमार ने खुद नरेंद्र मोदी का नाम पीएम पद के लिए आगे किया था। बिहार के लोगों ने नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार बनाया है, ऐसे में पीएम पद पर बहस की कोई गुंजाइश ही नहीं है।’
अब जब दो साथी आमने सामने थे तो फिर विरोधी कैसे चुप रहते. कांग्रेस ने भी कटाक्ष कर दिया. कांग्रेस की ओर से प्रतिक्रिया आई कि नीतीश कुमार ने महागठबंधन से नाता तोड़कर गलत नंबर डायल कर दिया है. महागठबंधन में तो नीतीश को पीएम पद के दावेदार के तौर पर देखा ही जा रहा था. खैर ये तो शुरूआत है अभी देखिए 2019 के चुनाव तक क्या क्या सुनने और देखने को मिलता है.