अमेठी: अमेठी और रायबरेली की लोकसभा सीटों पर जीतकर कांग्रेस को मनोविज्ञानिक तौर पर तोड़ने की कोशिशों में बीजेपी लगी हुई है. अमेठी से 2014 में राहुल गांधी को चुनौती देने वाली स्मृति ईरानी राहुल गाँधी के सामने फिर चुनौती पेश कर रही हैं. राम मंदिर के मुद्दे पर बीजेपी लगातार कांग्रेस को घेरती रही है लेकिन 4 जनवरी को जब सुप्रीम कोर्ट ने 10 जनवरी की अगली तारीख दी तो स्मृति ईरानी ने इसके लिए कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराया. उन्होंने राम मंदिर मुद्दे को लेकर कांग्रेस पर हमला किया है. उन्होंने कहा कि
‘कांग्रेस को राम मंदिर मुद्दे पर अपने वकीलों के जरिए राजनीति नहीं करनी चाहिए क्योंकि यह लोगों की आस्था का सवाल है. कांग्रेस के नेता, जो वकील हैं, अदालत की कार्यवाही में बाधा उत्पन्न कर रहे हैं. जनता और राम भक्त कांग्रेस से सवाल करें कि क्या उनके नेता तीन राज्यों के चुनाव के लिए ही जनेऊ धारण करते हैं.’
स्मृति ईरानी का ये बयान ऐसे समय में आया है जब बीजेपी मोदी के बयान के बाद बैकफुट पर है. कांग्रेस और रामभक्त भी बीजेपी को घेर रहे हैं. ऐसे में कहीं न कहीं कांग्रेस को घेर बीजेपी का बोझ हल्का करना चाहती हैं. स्मृति ईरानी और राहुल गांधी दोनों अमेठी के दौरे पर हैं. ईरानी भले ही 2014 में यहां से चुनाव हार गईं हों लेकिन वो लगातार यहां आती रहीं और उन्होंने जनता से संपर्क बनाए रखा हैं. ईरानी की कोशिश ये है कि राम मंदिर न बन पाने को लेकर कांग्रेस को विलेन बना दिया जाए.