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राफेल पर आर-पार के मूड में कांग्रेस, स्वीकार की BJP की चुनौती

राफेल का मुद्दा कांग्रेस लोकसभा चुनाव में भी छोड़ना नहीं चाहती है. राहुल गांधी शायद ये महसूस कर रहे हैं कि राफेल उनकी राजनीति चमका सकता है. क्योंकि कांग्रेस ने बीजेपी चुनौती स्वीकार कर ली है. केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली द्वारा दी गई रफाल सौदे पर संसद में बहस की चुनौती कांग्रेस ने स्वीकार करते हुए कहा है कि दिन तय करें कि बहस कब करनी है.
लोक सभा में कांग्रेस संसदीय दल के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने इसे स्वीकार करते हुए कहा,

‘जेटली जी ने जो चुनौती दी है… हम इसे स्वीकार करते हैं… हम दो जनवरी को बहस के लिए तैयार हैं. कृपया समय तय करें.’

मल्लिकार्जुन खड़गे, नेता प्रतिपक्ष

कांग्रेस राफेल के मुद्दे पर लगातार बीजेपी सरकार को घेरती रही है. मोदी पर राहुल फ्रांस की कंपनी दसॉ से रफाल विमान खरीद सौदे में भ्रष्टाचार और पूंजीपतियों की मदद का आरोप लगाते रहे हैं. राहुल गांधी कई मौके पर कह चुके हैं कि

ऑफसेट सौदे के तहत अनिल अंबानी के स्वामित्व वाली कंपनी रिलायंस डिफेंस को 30,000 करोड़ रुपए का लाभ पहुंचाया गया. जबकि इस कंपनी को रक्षा क्षेत्र में निर्माण का कोई अनुभव नहीं है. सरकार ने अनिल अंबानी को अनुचित लाभ देने के लिए सरकारी स्वामित्व वाली हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) की अनदेखी की.

राहुल गांधी, कांग्रेस अध्यक्ष

ऐसे में जब सुप्रीम कोर्ट ने रफाल सौदे की जांच की मांग करने वाली याचिकाओं को ख़ारिज़ कर दिया है तो संसद में अलग बहस होती है तो ये दिलचस्प होगी. क्योंकि कांग्रेस रफाल सौदे की संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) से जांच की मांग कर रही है और सरकार इससे इंकार कर रही है.

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