बीजेपी ने लोकसभा चुनाव के लिए अपने प्रभारियों की सूची जारी कर दी है. उत्तरप्रदेश में बीजेपी ने गोवर्धन झड़ापिया को प्रभारी बनाया है. गोवर्धन 2002 के दंगों के समय गुजरात के गृह राज्यमंत्री रहे थे. झड़ापिया के साथ यूपी में बीजेपी जिताने के लिए एक और प्रभारी बनाए गए हैं. बीजेपी उपाध्यक्ष दुष्यंत गौतम और मध्य प्रदेश के नेता नरोत्तम मिश्रा. ये तीनों नेता बीजेपी की नैया लोकसभा चुनाव में पार करेंगे.
बीजेपी ने 26 दिसंबर को 17 राज्यों और एक केंद्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ के लिए चुनाव प्रभारियों की सूची जारी की है. लेकिन इसमें गोवर्धन झड़ापिया के नाम पर सबसे ज्यादा चर्चा इसलिए हो रही है क्योंकि उन्हे यूपी की कमान सौंपी गई है. उनपर गुजरात में हुए मुस्लिम विरोधी दंगों को रोकने के लिए कोई प्रभावी कदम नह उठाने का आरोप भी है. कुछ टीवी चैनलों ने गोवर्धन को लेकर खबरें दिखाईं कि जब मोदी गुजरात के सीएम थे तब झड़ापिया को गृह राज्यमंत्री थे. ये भी कहा जाता है कि झड़ापिया ने नरेंद्र मोदी की जमकर आलोचना भी की. साल 2007 में बीजेपी से उन्होंने इस्तीफा दे दिया. 2009 के लोकसभा चुनाव के वक्त ‘महा गुजरात जनता पार्टी’ नाम से अपनी पार्टी बनाई और भाजपा के खिलाफ चुनाव भी लड़ा था. गोवर्धन ने केशुभाई पटेल से भी हाथ मिलाया जो मोदी के प्रखर आलोचक थे.
लेकिन 2014 में गोवर्धन झड़ापिया दोबारा से बीजेपी में शामिल हुए. झड़ापिया चुंकि पटेल बिरादरी से आते हैं लिहाजा उनका प्रभाव गुजरात में है. वो वीएचपी में भी रहे हैं और तोगड़िया के करीबी माने जाते थे. लेकिन ऐसे वक्त में जब बीजेपी से ओम माथुर के रिश्ते तल्ख हो रहे हैं झड़ापिया को यूपी का प्रभारी बनाया है. यानी बीजेपी माया-अखिलेश की गठबंधन को लेकर अपनी रणनीति पर काम कर रही है.