लोकसभा चुनाव सिर पर हैं और ऐसे में मोदी कोई ऐसी चूक नहीं होने देना चाहते जो उनके लिए सिरदर्दी बने. पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों ने बीजेपी के लिए मुश्किलें बढ़ाई हैं और आने वाले दिनों में बीजेपी में बड़ा परिवर्तन देखने को मिल सकता है.
बीजेपी में बड़े व्यापक स्तर पर मंथन चिंतन चल रहा है. नए सिरे से रणनीति बनाई जा रही है और बदलाव के संकेत मिल रहे हैं. खबर ये है कि आने वाले कुछ हफ्तों में बीजेपी शासित राज्यों के मुख्यमंत्री बदले जा सकते हैं. इसके पीछे की रणनीति ये है कि नेता बदलने से लोगों में सरकार के प्रति नाराजगी कम होगी. पार्टी सूत्रों का कहना है कि आम चुनाव में पार्टी को इस परिवर्तन का फायदा मिल सकता है.
सबसे ज्यादा खतरा है झारखंड और हरियाणा के मुख्यमंत्रियों पर. इन दोनों राज्यों में मुख्यमंत्री बदले जा सकते हैं. इन दोनों ही राज्यों में अगले साल लोकसभा चुनाव के तुरंत बाद अक्टूबर-नवंबर में विधानसभा चुनाव होने हैं. ऐसे में पार्टी ये नहीं चाहती कि हिंदी पट्टी के इन राज्यों में भी बीजेपी का शिकस्त मिले. अंदरूनी सूत्रों से ये भी खबर आ रही है कि अगर इन राज्यों में अभी चुनाव होते हैं तो यहां भी बीजेपी को हार का मुंह देखना पड़ेगा.
झारखंड की सरकारों के कामकाज की शिकायतें लगातार अमित शाह को मिल रही हैं और शाह इन दोनों राज्यों पर नजर बनाए हुए हैं. अमित शाह से पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा और रघुबर दास सरकार के वरिष्ठ मंत्री सरयू राय मिल चुके हैं और इसमें रघुबर दास को लेकर अच्छी रिपोर्ट नहीं दी है. झारखंड को लेकर बीजेपी इसलिए भी चिंता में है क्योंकि अभी छत्तीसगढ़ में उसे बुरी हार का सामना करना पड़ा है.
हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर की जगह कौन लेगा ये तो नहीं कहा जा सकता लेकिन उनको लेकर नाराजगी काफी है. प्रदेश भाजपा के नेताओं में आपसी टकराव इतना न बढ़ जाए कि स्थितियां बेकाबू हो जाएं और चुनावों में फायदा से अधिक नुकसान हो जाए. हरियाणा को लेकर बीजेपी के अंदर कुछ ज्यादा ही बेचैनी है. क्योंकि यहां जाट वोट अहम है और जाटों को रिझाने के लिए सोच समझकर फैसला लेना होगा.