राजनीति में हार जीत तो लगी रहती है लेकिन जो हार न माने उसे नेता कहते हैं. नरेंद्र मोदी विधानसभा चुनाव के बाद एक नई रणनीति के साथ मैदान में उतरने को तैयार हैं और यकीन मानिए कि ये रणनीति कांग्रेस को हलकान कर देगी. लोकसभा चुनाव में वक्त बहुत कम है और मोदी ने नई रणनीति पर काम शुरू कर दिया है. चलिए आपको बताते हैं कि मोदी क्या करने वाले हैं.
क्या है मोदी का नया प्लान ?
पीएम मोदी लोकसभा चुनाव के लिए एक्शन मोड में आ गए हैं. मोदी उन राज्यों की 122 सीटों के लिए दो दर्जन से ज्यादा रैलियां करेंगे जहां बीजेपी कभी नहीं जीती. केरल, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, तेलंगाना, AP, असम और पूर्वोत्तर के राज्यों में मोदी ये रैलियां करेंगे. बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने इसको लेकर केंद्रीय पदाधिकारियों, राज्य इकाइयों के अध्यक्षों और संगठन के महासचिवों के साथ बैठक की है.
2014 की तर्ज पर मिशन मोड
बीजेपी पिछले लोकसभा चुनाव की तरह इस बार भी मोदी से ताबड़तोड़ रैलियां कराने की योजना बना रही है. मोदी का ये अभियान अगले हफ्ते से शुरू हो रहा है. जनवरी के आखिर तक मोदी 122 रैलियां करेंगे. और हर एक रैली में दो से पांच लोकसभा क्षेत्रों को कवर करेंगे. यूपी पर भी मोदी की खास नजर है. 22 फरवरी को मोदी उत्तर प्रदेश में भाजपा किसान मोर्चा के एक कार्यक्रम में शामिल होंगे. 22 दिसंबर को अहमदाबाद में महिला मोर्चा के कार्यक्रम में शामिल होंगे.
सभी मोर्चों को तैयार करेगी बीजेपी
11 और 12 जनवरी को दिल्ली के इंदिरा गांधी स्टेडियम में पार्टी की राष्ट्रीय परिषद की बैठक होगी जिसमें करीब 3,000 कार्यकर्ता और नेता पहुंचने वाले हैं. दिसंबर से फरवरी के बीच पार्टी देश के अलग-अलग हिस्सों में अपने सात मोर्चों (युवा, महिला, किसान, अल्पसंख्यक, अन्य पिछड़ा वर्ग, दलित और आदिवासी) को लेकर योजना तैयार करेगी.