देश में हमारे सैनिकों के बारे में बहुत से बातें होती हैं. सरकारें सेना के नाम पर सियासी रोटियां सेंकती हैं लेकिन सैनिकों को जो रोटियां खाने को मिलती हैं वो आप इस वीडियो में देख सकते हैं.
2017 के अप्रैल में सीमा सुरक्षा बल के जवान तेज बहादुर यादव का वीडियो है ये. तेज बहादुर ने सोशल मीडिया पर वीडियो पोस्ट किया था और बताया था कि जवानों को दोयमदर्जे का खराब खाना दिया जाता है. यादव जम्मू कश्मीर में नियंत्रण रेखा पर तैनात बीएसएफ इकाई का हिस्सा थे. यादव बल की 29वीं बटालियन में तैनात थे, जांच के दौरान उन्हें जम्मू में बीएसएफ बटालियन में स्थानांतरित कर दिया गया था. बाद में उन्हें नौकरी से बर्खास्त कर दिया गया. तेज बहादुर ने उनको बर्खास्त करने की पूरी प्रक्रिया पर आरोप लगाया था कि उनके मामले में निष्पक्ष सुनवाई नहीं हुई थी. लेकिन अब संसदीय समिति की रिपोर्ट में खुलासा हुआ है देश के तमाम हिस्सों में जवान अमानवीय परिस्थितियों में रहने को मजबूर है.
समिति ने नाराजगी जताते हुए जवानों को हर हाल में अच्छी गुणवत्ता का भोजन मुहैया कराने की सिफारिश की है. रिपोर्ट कहती है
संसदीय समिति की रिपोर्ट
- छत्तीसगढ़ में सीआरपीएफ के जवानों को खानपान संबंधी दिक्कतें हैं
- पोषक तत्वों से भरपूर भोजन की आपूर्ति सुनिश्चित करने की सिफारिश की.
- छत्तीसगढ़ में तैनात जवान बेहद कठिन परिस्थितियों में काम रह रहे हैं.
- जवान भोजन संबंधी जरूरी सामान के लिए बाजार और ठेकेदारों पर निर्भर.
ये कुछ बिन्दु हैं. समिति ने जो रिपोर्ट सौंपी है उसमें काफी विस्तार से इस बारे मे बताया गया है. समिति ने कहा कि गृह मंत्रालय ऐसे दुर्गम इलाकों में जवानों के लिए भोजनसामग्री की नियमित आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए रेफ्रिजरेटर युक्त वाहनों की संभावना तलाश सकता है. औऱ समिति ने ये भी सुझाव दिया है कि नियमित जांच के लिए निरीक्षकदलों को गठित किया जाए.